ग्रामीण क्षेत्र के छह वार्डो से निगम उठाएगा कूड़ा

शहर में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन अभियान सफल होने के बाद निगम अब ग्रामीण क्षेत्र के वार्डो में भी इसे शुरू करने जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 10:40 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 10:40 PM (IST)
ग्रामीण क्षेत्र के छह वार्डो से निगम उठाएगा कूड़ा
ग्रामीण क्षेत्र के छह वार्डो से निगम उठाएगा कूड़ा

विनोद कुमार, पठानकोट : शहर में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन अभियान सफल होने के बाद निगम अब ग्रामीण क्षेत्र के वार्डो में भी इसे शुरू करने जा रहा है। पहले चरण में छह वार्डो का चयन किया गया है, यहां पर डी-सेंट्रलाइज स्कीम के तहत कर्मचारी कूड़ा इकट्ठा करने के बाद उसे उसी वार्ड में डंप करके खाद तैयार करेंगे। सूखे कूड़े को रीसाइक्लिंग कर कर्मचारी अलग से अपनी कमाई कर सकेगा। इससे निगम पर भी आर्थिक तौर पर कोई बोझ नहीं बढ़ेगा और कूड़े का भी स्थायी समाधान हो जाएगा।

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- छह वार्डो के 6222 घरों को होगा लाभ

नगर निगम के अधीन आते वार्ड एक, 45, 46, 47, 48, 49 व 50 में डोर टू डोर कूड़ा एकत्रित किया जाएगा। अभियान शुरू करने से पहले निगम ने प्रत्येक वार्ड में घरों का सर्वे करवाया था। इसके तहत उक्त वार्डों में 6222 घरों में 45 हजार के करीब लोगों को इसका लाभ होगा।

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लोगों को हर माह 50 रुपये देने होंगे

प्रत्येक घर को हर माह कूड़े के बदले 50 रुपये शुल्क देना होगा। हर वार्ड में कम से कम छह पिट बनाने की योजना है। प्रत्येक पिट पर करीब दस से पंद्रह हजार रुपये खर्च आते हैं। जिस वार्ड में निगम के पास जगह नहीं है वहां कूड़े को सेंट्रलाइज स्कीम के तहत एमआरएफ (मैटीरियल रिक्वरी फेसिलिटी) के तहत दौलतपुर व डेयरीवाल में बनाए जाने वाले एमआरएफ में कूड़े को डंप किया जाएगा।

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रूरल एरिया में निगम ने प्राइवेट ठेकेदार से कांट्रेक्ट कर कूड़ा उठाने का काम शुरू किया था। लेकिन, इससे निगम पर आर्थिक बोझ बढ़ता था इसे देखते हुए डोर टू डोर कलेक्शन का काम शुरू किया गया है। ग्रीन कॉलर नामक कर्मचारियों को निगम रिक्शा व आईकार्ड जारी करेगा। वही सारा काम करेंगे। निगम उन्हें वेतन नहीं देगा। वह प्रत्येक घर से खुद कलेक्शन करेंगे।

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एडीसी कम निगम एडिशनल कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने कहा कि शहर को कूड़ा मुक्त बनाना उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है। निगम की वित्तीय स्थिति को देखते हुए सिटी के बाद अब रूरल एरिया में भी डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का काम शुरू किया जाएगा। प्रत्येक वार्ड से निकलने वाले गीले कूड़े से कंपोस्टिग पिट के जरिए खाद तैयार की जाएगी। सूखे कूड़े को ग्रीन कॉलर कर्मचारी रीसाइकिल करके उससे कमाई कर सकेंगे, बाकी कूड़ा डेयरीवाल स्थित डंपिग प्वाइंट पर डंप किया जाएगा। इससे निगम पर नाममात्र खर्च का बोझ बढ़ेगा।

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सिटी के दो वार्डों में होती है डोर टू डोर कलेक्शन

मेन पावर की कमी से जूझ रही नगर निगम ने बीती 12 जून को शहर में डोर टू डोर कूड़ा एकत्रित करने का अभियान शुरू किया था। वर्तमान में शहर के वार्ड 26 और 34 में ग्रीन कालर कर्मी डोर टू डोर कूड़ा इकट्ठा कर रहे हैं। बीते मंगलवार को गांधी चौक से शॉप टू शॉप कूड़ा इकट्ठा करने का काम शुरू हुआ है, जो अभी चार बाजारों में चलेगा। धीरे-धीरे पूरे शहर के दुकानदारों से निगम शॉप टू शॉप कूड़ा इकट्ठा करेगा। निगम कर्मचारियों को केवल रिक्शा खरीद कर देगा। बाकी ग्रीन कालम नामक कर्मचारी सिटी और नए जुड़े एरिया में लोगों व दुकानदारों से पैसे इकट्ठा करेंगे।

लोगों ने जताया आभार

वार्ड 46 निवासी विजय सिंह, पत्र सिंह, प्रकाश चंद, अशोक कुमार आदि ने बताया कि तीन साल पहले ठेकेदार के कर्मी ट्राली लेकर आते थे। सभी लोग उसमें अपना कूड़ा डालते थे जिसे आगे डेयरीवाल में डंप किया जाता था। ट्राली सिस्टम बंद होने के बाद लोग खाली जगह में कूड़ा फेंकने को मजबूर थे, लेकिन अब डोर टू डोर कूड़ा एकत्रित होने से लोगों को काफी राहत मिलेगी। भले निगम इसके बदले में शुल्क देने की बात कह रहा है।

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