मुक्तेश्वर धाम पर मंडरा रहा खतरा बरकरार

रणजीत सागर बांध परियोजना की दूसरी इकाई शाहपुर कंडी मे की गई बैठक में हुई चर्चा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Nov 2017 05:24 PM (IST) Updated:Thu, 16 Nov 2017 05:24 PM (IST)
मुक्तेश्वर धाम पर मंडरा रहा खतरा बरकरार
मुक्तेश्वर धाम पर मंडरा रहा खतरा बरकरार

संवाद सहयोगी, जुगियाल (पठानकोट):

रणजीत सागर बांध परियोजना की दूसरी इकाई शाहपुर कंडी बांध परियोजना का निर्माण कार्य दोबारा शुरू होने के कयासों से मुक्तेश्वर धाम के अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। यह आरोप मुक्तेश्वर महादेव बचाओ समिति की एक बैठक के दौरान सोमवार को समिति अध्यक्ष भीम ¨सह ने बांध प्रशासन के कार्य और उस की कार्यशैली पर लगाते हुए कहा। इस मौके पर उन्होंने शाहपुर कंडी बांध के दोबारा निर्माण कार्य से शुरू होने से पहले इस धाम को बचाने का कार्य शुरू करवाने की मांग की। भीम ¨सह ने कहा कि बांध प्रशासन और पंजाब में काबिज हर राजनीतिक पार्टी की ओर से इस धाम को बचाने के मात्र आश्वासन ही दिए गए हैं। परंतु किसी भी राजनीतिक पार्टी ने इस को बचाने के लिये कोई प्रयास नहीं किया। 21 मार्च 1995 को पंजाब सरकार ने नोटीफीकेशन जारी कर मुक्तेश्वर धाम की 22 कनाल भूमि को अधिग्रहित नहीं किया था, 22 साल बीत जाने के बाद भी मुक्तेश्वर धाम को डूबने से बचाने के लिए कोई ठोस प्रपोजल तैयार नहीं की गई। इन 22 वर्षो में बांध प्रशासन की ओर से मात्र आश्वासन ही दिया गया पर उस पर कार्य करने की बजाय हजारों ¨हदू लोगों की भावनाओं से मात्र खिलवाड़ किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस धाम को बचाने के लिए लगभग 300 फीट लंबी और 70 फीट ऊंची कंकरीट की दिवार लगवाने की आवश्यक्ता है। इस मौके पर गुलजार ¨सह, भीम ¨सह, भाग ¨सह, गोपाल शर्मा, सुमित शर्मा, अंकुश, सु¨रदर कुमार, दर्शन ¨सह, बाबा सुरज गिरी, मानिक, धर्म ¨सह, अतुल, गौरव आदि मौजूद थे।

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