राजनीति: सिद्धू के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पठानकोट में जिला प्रधान पद को लेकर तीन ग्रुपों में बंटी कांग्रेस

जो कांग्रेस के नेता पिछले पांच सालों से सक्रिय नहीं थे उनकी भी निजाम बदलते ही चाहत बदल गई है। सिद्धू से नजदीकी बढ़ाने के लिए लगातार दौड़ लगा रहे हैं। चौक चौराहों पर अपनी मौजूदगी दर्ज कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 04:34 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 04:34 AM (IST)
राजनीति: सिद्धू के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पठानकोट में जिला प्रधान पद को लेकर तीन ग्रुपों में बंटी कांग्रेस
राजनीति: सिद्धू के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पठानकोट में जिला प्रधान पद को लेकर तीन ग्रुपों में बंटी कांग्रेस

नवीन कुमार, पठानकोट : नवजोत सिंह सिद्धू के प्रदेश अध्यक्ष बनते ही जिला प्रधान पद को लेकर दौड़ शुरू हो गई है। इसको लेकर जिला स्तर पर कांग्रेस तीन ग्रुपों में बंटी हुई नजर आ रही है। जो कांग्रेस के नेता पिछले पांच सालों से सक्रिय नहीं थे, उनकी भी निजाम बदलते ही चाहत बदल गई है। सिद्धू से नजदीकी बढ़ाने के लिए लगातार दौड़ लगा रहे हैं। चौक चौराहों पर अपनी मौजूदगी दर्ज कर रहे हैं। उनकी चाहत यह है कि जो जाखड़ के कार्यकाल में उनको नहीं मिला अब शायद मिल जाए।

पहला ग्रुप प्रताप सिंह बाजवा का है। बाजवा का तीनों विधानसभा क्षेत्र में अच्छी पकड़ है। वे यहां से सांसद भी रह चुके हैं। भोआ के विधायक जोगिंदर पाल खुले मंच से उनकी तारीफ करते हुए नहीं थकते। हर कार्यक्रम में अपने आप को उनके नजदीकी बताते रहते हैं। एक समय तो उन्होंने तो मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के सामने कहा था कि बाजवा जो कहेंगे मैं करने को तैयार हूं। पठानकोट और सुजानपुर में भी उनके काफी चाहने वाले वर्कर और पदाधिकारी हैं। पठानकोट विधानसभा क्षेत्र के विधायक अमित विज शुरुआत के दिनों में बाजवा के करीबी माने जाते थे। विधान सभा सीट जीतने के बाद इन्होंने अपना पाला बदल लिया और जाखड़ के साथ हो गए। वहीं सुजानपुर से पिछली बार विस चुनाव कांग्रेस के प्रत्याशी रहे अमित सिंह मंटू बाजवा के नजदीकी बताए जाते हैं। रातों रात टिकट बदलने के अभी भी चर्चे हैं।

दूसरा गुट पूर्व कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ का है। अगर जाखड़ की चली तो भोआ से संजीव बैंस जिला प्रधान बनने की दौड़ में अभी भी आगे हैं। वे अब भी कार्यकारी अध्यक्ष पद के तौर पर काम कर रहे हैं। सुजानपुर क्षेत्र से ठाकुर भानू प्रताप, पठानकोट से अमित विज व अनिल दारा भी अपनी गोटी फिट करने में लगे हैं। ये लोग चाह रहे हैं कि इनके बताए हुए पदाधिकारियों को जिला प्रधान बनाया जाए।

तीसरा ग्रुप पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्वनी कुमार का हैं। पिछले एक साल से सुजानपुर क्षेत्र में सक्रिय हैं। सुजानपुर क्षेत्र से अपने बेटे एडवोकेट आशीष कुमार को विधान सभा चुनाव में प्रत्याशी के तौर पर उतारने के लिए प्रचार कर रहे हैं। सिद्धू के प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद ये अब फ्रंट फुट पर आ गए हैं। अब ये लोग लगातार अपने आकाओं के पास दौड़ लगा रहे हैं।

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