टिकट-टिकट खेल रहे सलारिया और कविता को एक मंच पर लाने की बजाए खुद बंटे जिलाध्यक्ष

भाजपा संगठन को मजबूत करने के लिए जिला अध्यक्ष विपिन महाजन फिलहाल पार्टी के दोनों कद्दावर नेताओं के बीच बंट कर रह गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Feb 2019 10:53 PM (IST) Updated:Sat, 23 Feb 2019 10:53 PM (IST)
टिकट-टिकट खेल रहे सलारिया और कविता को एक मंच पर लाने की बजाए खुद बंटे जिलाध्यक्ष
टिकट-टिकट खेल रहे सलारिया और कविता को एक मंच पर लाने की बजाए खुद बंटे जिलाध्यक्ष

जासं, पठानकोट : भाजपा संगठन को मजबूत करने के लिए जिला अध्यक्ष विपिन महाजन फिलहाल पार्टी के दोनों कद्दावर नेताओं के बीच बंट कर रह गए हैं। सुबह उन्होंने स्वर्ण सलारिया के पत्रकार सम्मेलन में शामिल होकर उनके दावों में हामी भरी तो शाम को कविता खन्ना की ओर से आयोजित पत्रकार सम्मेलन में शामिल होकर उनके दावों पर अपनी सहमति जताई। संसदीय हलका गुरदासपुर से भाजपा की टिकट लेने के लिए स्वर्ण सलारिया और कविता खन्ना पूरी कोशिश कर रहे हैं। इस कारण दोनों ही नेता एक-दूसरे के खिलाफ हैं। दोनों अपने-अपने पक्ष में पार्टी नेताओं का समर्थन जुटाने में लगे हैं। यही कारण है कि सलारिया के साथ इन दिनों भाजपा स्थानीय नेता खडे़ दिखाई दे रहे हैं। वह अक्सर कविता खन्ना के कैंप से दूर होते हैं। टिकट-टिकट के इस खेल में इन दोनों नेताओं का हाथ पकड़ कर हाई कमान तक सिफारिश करने वाले कई नेता भी जहां आपस में बंटे हुए हैं उसकी छाप निचले स्तर आज देखने को मिली।

जिला प्रधान विपिन पर पार्टी ने सभी नेताओं को एक मंच पर लाने और संगठन को मजबूत करने की ड्यूटी सौंपी है। इस ड्यूटी के तहत वह लगातार काम करते आ रहे हैं परंतु जब कद्दावर नेताओं को एक मंच पर लाने की बात हो तो उन्हें थोड़ी मुश्किल जरूर हो रही है। यही कारण है कि वह चाह कर भी स्वर्ण सलारिया और कविता खन्ना को एक ही दिन एक ही शहर में एक जैसी प्रेस कांफ्रेंस करने के लिए सहमत नहीं कर सके। पिछले कई सालों से ऐसा कोई मौका सामने नहीं आया जब कविता और सलारिया ने संयुक्त तौर पर कोई प्रोग्राम किया हो। ये दोनों एक-दूसरे के पक्ष में भी कम ही बोले हैं। ऐसे में समझा जा रहा था कि नए जिलाध्यक्ष इन दोनों नेताओं को एक कतार में खडा करके पब्लिक को यह संदेश जरूर देंगे कि इन दोनों में आपसी मतभेद हैं, मनभेद नहीं, परंतु हुआ इसके एकदम उलट। विपिन महाज ने इन दोनों नेताओं के चक्कर में खुद ही दोनों के बीच बंटकर रह गए। सुबह वह सलारिया के साख खडे हो गए तो शाम को कविता खन्ना के साथ। राजनीतिक के गलियारों में चर्चा है कि एक-एक नेता के पीछे जाकर जिलाध्यक्ष आखिर पार्टी को मजबूत करने का कौन सा तर्क दे रहे हैं।

पांच साल में भाजपा ने मंजूर किए आठ पुल : सलारिया

पत्रकार सम्मेलन में स्वर्ण सलारिया ने कहा कि मोदी सरकार ने पांच साल के दौरान संसदीय हलके के लिए आठ पुल मंजूर करके जनता को राहत दी है। उन्होंने सुजानपुर, मकौड़ा पत्तन, कीडी पुल, नलूंगा पुल, ढाकी पुल, सब्जी मंडी ओवरब्रिज, दीनानगर लेव¨लग पुल और गुरदासपुर का पुल हैं। उन्होंने कहा कि पांच साल में किया जाने वाला यह ऐतिहासिक काम है। सलारिया ने इन कामों को सिरे चढ़ाने का क्रेडिट खुद लिया।

विनोद खन्ना का सपना सच, 226 करोड का नैरोगेज एलीवेटिड मंजूर : कविता खन्ना

पठानकोट स्थित अपने निवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान दिवंगत सांसद विनोद खन्ना की पत्नी कविता खन्ना ने कहा कि सांसद विनोद खन्ना का एक सपना साकार करने में वह सफल हुई हैं। उन्होंने कहा कि रेल मंत्री पीयूष गोयल ने पठानकोट से एबी कॉलेज तक नैरोगेज के नौ रेलवे फाटकों को खत्म करने के लिए 226 करोड मंजूर किए हैं। इस पैसे से नैरोगेज रेलवे लाइन अब एलीवेटिड बनेगी और सारे रेलवे फाटक खत्म कर दिए जाएंगे। कविता ने कहा कि लोगों का लाखों रुपये का व्यर्थ हो रहा पेट्रोल बचेगा और शहर का पर्यावरण साफ सुथरा होगा।

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