किसानों को पराली न जलाने की दी सलाह
कृषि विज्ञान केंद्र घोह ने गांव मिर्जापुर में जागरुकता सेमिनार लगाया गया।
संवाद सहयोगी, घरोटा : कृषि विज्ञान केंद्र घोह ने गांव मिर्जापुर में जागरुकता सेमिनार लगाया गया। जिसमें पराली जलाने से हो रहे नुकसान के खिलाफ लोगों को जागरूक किया गया। सेमिनार में आसपास के गांवों के करीब 200 से ज्यादा किसानों ने भाग लिया। कृषि विशेषज्ञ डॉ. अमित कौल ने कहा कि खेती को लाभदायक व्यवसाय बनाने के लिए किसानों में जागरुकता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पराली को जलाने से जहां पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, तो वहीं इससे भूमि की उपजाऊ शक्ति पर भी बुरा असर पड़ रहा है। पंजाब में 28 लाख हेक्टेयर भूमि पर धान की फसल की खेती करने पर 21 मिलियन टन पराली हर सीजन में पैदा होती है। इतनी बड़ी मात्रा में पराली जलाने से नुकसान हो रहा है। किसानों को इसके प्रति जागरूक होना पड़ेगा। इस अवसर पर डॉ. सु¨रद्र कुमार, डॉ. सीमा, डॉ. पूरवा, डॉ. मन्नु ने भी अपने विचार रखे। अंत में सरपंच जसवंत सैनी ने कृषि विकास केंद्र का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर किसान जगदीश राज, एनएस लक्की, कंस राज सैनी, राम दयाल राजू, रधुवीर ¨सह, अजमेर ¨सह, अतुल कुमार, व¨रद्र, बचन, गौरव समेत अन्य भी उपस्थित थे।