धरने के चलते दो ट्रेनें कैंसिल, चार के रूट बदले

किसानों के धरने के चलते बुधवार को दूसरे दिन भी पठानकोट-अमृतसर रेल सेक्शन की दो पैसेंजर ट्रेनें कैंसिल रहीं जबकि संबलपुर व दिल्ली से अमृतसर के रास्ते आने वाली चार एक्सप्रेस ट्रेनों को वाया मुकेरियां के रास्ते चलाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Mar 2019 11:40 PM (IST) Updated:Wed, 06 Mar 2019 11:40 PM (IST)
धरने के चलते दो ट्रेनें कैंसिल, चार के रूट बदले
धरने के चलते दो ट्रेनें कैंसिल, चार के रूट बदले

जागरण संवाददाता, पठानकोट

किसानों के धरने के चलते बुधवार को दूसरे दिन भी पठानकोट-अमृतसर रेल सेक्शन की दो पैसेंजर ट्रेनें कैंसिल रहीं, जबकि संबलपुर व दिल्ली से अमृतसर के रास्ते आने वाली चार एक्सप्रेस ट्रेनों को वाया मुकेरियां के रास्ते चलाया गया। ट्रेनें कैंसिल होने के कारण यहां यात्रियों को बसों में पांच गुणा अधिक किराया खर्च करना पड़ा, वहीं ट्रेनें के रुट में परिवर्तन होने से बटाला, गुरदासपुर व धारीवाल जाने वाले यात्रियों को भी खासा परेशानियों का सामना करना पड़ा।

जानकारी के अनुसार मंगलवार को जालंधर- अमृतसर रेल सेक्शन पर पड़ते जंडियाला रेलवे स्टेशन के पास फाटक 35 सी पर किसान अपनी मांगों को लेकर ट्रैक पर बैठ गए थे। मंगलवार को सारा दिन किसान मोर्चो पर डटे रहे जिससे यहां अमृतसर सेक्शन की कई ट्रेनें कैंसिल रहीं वहीं अमृतसर के रास्ते जम्मूतवी को जाने वाली मूरी एक्सप्रेस तथा दिल्ली से पठानकोट आने वाली एक्सप्रेस को वाया मुकेरियां चलाया गया। बुधवार को दूसरे दिन भी स्थिती इसी प्रकार रही। किसानों के आंदोलन के चलते दूसरे दिन भी दो पैंसेंजर ट्रेनें कैंसिल रही, वहीं चार एक्सप्रेस ट्रेनों को वाया मुकेरियां चलाया गया। दोपहर बाद किसानों की ओर से धरना उठा लिए जाने के बाद अमृतसर की सभी बंद ट्रेनें शुरु हो गई परंतु पैसेंजर ट्रेनें कैंसिल रही। वीरवार से बंद ट्रेनें बहाल होने तथा रुट में किए गए परिवर्तन वाली ट्रेनें उसी रुट पर चलना शुरु हो जाएंगी। ट्रेंनें कैंसिल होने के कारण यहां यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा वहीं, बसों में सफर करने पर पांच गुणा अधिक किराया खर्च करना पड़ा। हालांकि, सेक्शन पर चलने वाली बाकी ट्रेनें समय पर चलाकर रेलवे ने यात्रियों को थोड़ा राहत पहुंचाई।

ट्रेनें कैंसिल होने के कारण बस में सफर कर गंत्वय तक पहुंचने वाले यात्री राजेश सेठ, विपिन कुमार, जुगल किशोर, प्रबोध चंद्र आदि ने बताया कि आज उम्मीद थी कि ट्रेनें चल पड़ेगी लेकिन, यह नहीं चली। उन्होंने कहा कि मंगलवार की भांति बुधवार को भी उन्हें बसों में पांच गुणा अधिक किराया खर्च करने के साथ-साथ परेशानी उठानी पड़ी। उन्होंने बताया कि ट्रेन में सफर करने पर वह आसानी से परमानंद, सरना, झाकोलाहड़ी आदि छोटे स्टेशनों पर आसानी से उतर जाते हैं। लेकिन, बस चालक इन छोटे स्टेशनों पर नहीं उतारते। अधिक किराया खर्च करने के बावजूद भी उन्हें कंडक्टरों के व्यवहार पर निर्भर होना पड़ा।

उप स्टेशन अधीक्षक चंदन का कहना है कि जंडियाला के पास किसान मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं जिस कारण दो ट्रेनें कैंसिल करनी पड़ी। जबकि संबलपुर से वाया अमृतसर के रास्ते पठानकोट आने व जाने वाली टाटा मूरी एक्सप्रेस तथा दिल्ली पठानकोट को आज वाया मुकेरियां के रास्ते चलाया गया।

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