साहब अपना नहीं तो परिवार का सोचो, कृप्या पहन लो हेलमेट

ऋषि चंदर, नवांशहर : शहर के लापरवाह वाहन चालकों को अपनी जिंदगी की परवाह नहीं है। सड़क पर वाहन चलाते हु

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Nov 2018 05:45 PM (IST) Updated:Tue, 20 Nov 2018 05:45 PM (IST)
साहब अपना नहीं तो परिवार का सोचो, कृप्या पहन लो हेलमेट
साहब अपना नहीं तो परिवार का सोचो, कृप्या पहन लो हेलमेट

ऋषि चंदर, नवांशहर : शहर के लापरवाह वाहन चालकों को अपनी जिंदगी की परवाह नहीं है। सड़क पर वाहन चलाते हुए ऐसे वाहन चालक अपनी लापरवाही से ओरों की ¨जदगी को भी संकट में डाल देते हैं। चालक दोपहिया वाहन चलाते समय कितने लापरवाह हैं इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि पिछले 10 माह में ट्रैफिक पुलिस ने चार हजार से अधिक ऐसे लोगों को पकड़ा है, जो बिना हेलमेट के ड्राइविंग कर रहे थे। इसी प्रकार पांच सौ ऐसे लोगों को पकड़ा जो वाहन चलाते हुए मोबाइल पर बात कर रहे थे। ट्रैफिक पुलिस ने 4122 वाहन चालकों के बिना हेलमेट के चालान किए हैं। यह सभी जानते हैं कि हेलमेट पहनने से सिर की सुरक्षा होती है, लेकिन इसे पहनने में लोग लापरवाह बने हुए हैं। ट्रैफिक नियमों के प्रति लापरवाही जानलेवा साबित हो रही है।

सितंबर व अक्टूबर में 11 लोग खो चुके हादसों में जान

जिले में हर महीने दर्जनों सड़क हादसे हो रहे हैं। सितंबर में हुई सड़क दुर्घटनाओं के विभिन्न मामलों में 6 लोगों की मौत हो गई और 3 लोग घायल हो गए। इसी प्रकार अक्टूबर माह में 5 लोगों की मौत सड़क हादसे में हुई और 6 लोग गंभीर रूप से घायल हुए।

कार्रवाई करने के साथ-साथ नियमों का भी पढ़ाते हैं पाठ

ट्रैफिक पुलिस अधिकारी कहते हैं कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। इसके साथ ही सड़क सुरक्षा के नियमों को लेकर लोगों को जागरूक भी किया जाता है। इसके तहत लोगों को बताया जाता है कि हेलमेट न पहनने से किस प्रकार जान चली जाती है। इसके अलावा एनजीओ भी लोगों को जागरूक कर रही हैं कि वे हेलमेट पहने व वाहन को चलाते समय मोबाइल पर बात न करें। ट्रैफिक पुलिस द्वारा लोगों को इसकी भयावहता को बताने के लिए स्कूलों से ही जागरूक करने के लिए बकायदा सेमिनार भी करवाए जाते हैं। लेकिन लोग समझने को तैयार ही नहीं है। लोगों को सड़क पर वाहन चलाते समय नियमों का पालन करना चाहिए।

यातायात नियम अपनाएं : भट्टी

ट्रैफिक नियमों को लेकर काम करने वाली एनजीओ वातावरण संभाल सोसायटी के गुर¨वदर ¨सह भट्टी कहते हैं कि हर साल सैकड़ों लोगों की जान सड़क दुर्घटनाओं के कारण चली जाती है। वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने व मोबाइल पर बात न करने से बहुत सी जानों को बचाया जा सकता है। जरूरत केवल दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने की है।

ज्यादातर चालानों की वजह हेलमेट व मोबाइल

माह -- हेलमेट -- मोबाइल फोन सुनना

जनवरी -- 294 -- 39

फरवरी -- 236 -- 74

मार्च -- 272 -- 67

अप्रैल -- 290 -- 25

मई -- 425 -- 37

जून -- 318 -- 20

जुलाई -- 799 -- 48

अगस्त -- 651 -- 61

सितंबर -- 319 -- 59

अक्टूबर - 518 -- 65

हेलमेट पहनने से बच सकती है जान : रतन

ट्रैफिक पुलिस इंचार्ज रतन ¨सह कहते हैं कि लोग वाहन चलाते समय अपनी जान की परवाह नहीं करते। दो पहिया वाहनों के लिए हेलमेट जरूरी है। दोपहिया वाहन चलाते समय होने वाली दुर्घटनाओं में मौत का कारण सिर में लगी चोट होती है। इसका बचाव सिर पर हेलमेट पहनने से हो सकता है। लेकिन हेलमेट को लेकर लोग बिल्कुल लापरवाह है। हमने चार हजार से ज्यादा लोगों के चालान काटे हैं। लोगों को चाहिए कि वे हेलमेट को पहने। उन्होंने कहा कि वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करने से लोगों का ध्यान भटक जाता है जिससे अक्सर दुर्घटनाएं हो जाती है। ऐसे पांच सौ लोगों को पकड़ा गया और उनका चालान भी किया।

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