सालों से बंद बलाचौर में लगे छह वाटर ट्रीटमेंट प्लांट

सरकार लोगों को सुविधाएं देने के लिए भले योजनाएं बनाती है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Feb 2020 06:14 PM (IST) Updated:Sun, 09 Feb 2020 06:14 PM (IST)
सालों से बंद बलाचौर में लगे छह वाटर ट्रीटमेंट प्लांट
सालों से बंद बलाचौर में लगे छह वाटर ट्रीटमेंट प्लांट

सतीश शर्मा, काठगढ़ : सरकार लोगों को सुविधाएं देने के लिए भले योजनाएं बनाती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। पंजाब की अकाली सरकार ने 2011 में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की योजना बनाई थी और इसके तहत बलाचौर विधानसभा हलके में छह वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाए थे, लेकिन ये सभी सालों से बंद पड़े हैं। इनमें काठगढ़ का प्लांट भी शामिल है। जिले में भूजल स्तर की पहली सतह का पानी ठीक नहीं आ रहा था, जिसे देखते हुए गठबंधन सरकार ने दोआबा व कंडी क्षेत्र के लोगों को साफ पानी मुहैया करवाने के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाए थे। काठगढ़ के प्लांट पर करीब 15 लाख रुपये खर्च हुए थे। पूर्व विधायक स्वर्गीय चौधरी नंद लाल ने प्रोजेक्ट की शुरुआत 16 दिसंबर 2011 को की थी। इस प्लांट के लिए जिस नलकूप से वाटर सप्लाई दी जानी थी वह प्लांट चलने के कुछ समय बाद ही बंद हो गया। उस नलकूप को आज तक न तो ठीक किया गया और न ही उसके स्थान पर कोई नया बोर करवाया गया है। इस कारण प्लांट भी बंद पड़ा है। विभाग इसे दोबारा शुरू करने पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। प्लांट को चलाना तो कहीं रहा, कोई अधिकारी इसे देखने भी नहीं आता है। गांव वालों ने बताया कि सरकार का कोई भी अधिकारी प्लांट की जांच करने नहीं आया। मगर जब भी इस मुद्दे को उठाया गया है तो आश्वासन जरूर मिल जाता है कि इसे जल्द चलाया जाएगा।

जल्द चालू करवाएंगे प्लांट : एसडीओ

बलाचौर जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ वरिदर कोछड़ ने बताया कि जिस कंपनी ने प्लांट का काम किया है उसके खिलाफ सरकार ने कार्रवाई की थी। ठेकेदार काम नहीं करवा रहा था जिसके कारण उससे यह काम वापस लिया गया था। ठेकेदार ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया था। नई कंपनी के साथ विभाग व सरकार की बात चल रही है। फाइनल होने के बाद प्लांट को सही ढंग से चलाया जाएगा।

संबंधित विभाग से करेंगे बातचीत : मंगूपुर

बलाचौर के विधायक चौधरी दर्शन लाल मंगूपुर ने कहा, वह इसके बारे में विभाग के संबंधित अधिकारियों से बातचीत करेंगे कि कैसे बंद पड़े वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को शुरू करवाया जा सकता है। उच्चाधिकारियों से भी वह इस मसले पर बात करेंगे।

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