हाट सीट बना बंगा, किसे मिलेगा कांग्रेस का टिकट, चर्चाएं जारी

जिले की हाट सीट बन चुकी बंगा में अब हालात बदल चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 Jan 2022 03:41 PM (IST) Updated:Mon, 17 Jan 2022 05:16 PM (IST)
हाट सीट बना बंगा, किसे मिलेगा कांग्रेस का टिकट, 
चर्चाएं जारी
हाट सीट बना बंगा, किसे मिलेगा कांग्रेस का टिकट, चर्चाएं जारी

जागरण टीम नवांशहर,बंगा: जिले की हाट सीट बन चुकी बंगा में अब हालात बदल चुके हैं। कांग्रेस अब किसी स्थानीय उम्मीदवार को ही बंगा से टिकट दे सकती है। सबसे पहले प्रदेश के मुख्य सचिव हुस्न लाल को बंगा से सीएम चरणजीत सिंह चन्नी टिकट दिलवाना चाहते थे। हुस्न लाल की टीम चुनाव आचार संहिता लगने के कुछ दिन पहले तक बंगा में काम कर रही थी, पर लोकल लीडरशिप के विरोध के कारण हुसन लाल रेस से बाहर हो गए, तो कई दिग्गज नेताओं की नजर इस सीट पर पड़ी। मोहिदर केपी इस सीट से टिकट चाहते थे, तो संतोष चौधरी अपनी बेटी मान्यता चौधरी को बंगा से टिकट दिलवाना चाहती थीं। वहीं सरवण सिंह फिल्लौर खुद व अपने बेटे दमनप्रीत को बंगा की सीट के लिए चाहवान थे। अब न तो हुसन लाल ही इस दौड़ में रहे हैं ,तो मोहिदर केपी के भाजपा, तो सरवण सिंह फिल्लौर के शिअद(संयुक्त) में जाने की चर्चा हैं। ऐसे में बंगा सीट अब लोकल के लिए लगभग खाली हो चुकी है, पर चर्चा यह भी है कि अगर सीएम चरणजीत सिंह चन्नी दो स्थानों से प्रदेश में चुनाव लड़ते हैं, तो बंगा की सीट उनकी दूसरी सीट हो सकती है।

कांग्रेस के लिए बंगा विधानसभा सीट पर टिकट का फैसला बहुत सोच समझ कर देना होगा। अब तक बंगा में एक बार कम्युनिस्ट पार्टी, पांच बार शिरोमणि अकाली दल, एक बार बसपा, इंडियन नेशनल कांग्रेस के उम्मीदवार ही चुनाव जीते। अब तक यह रह चुके हैं विधायक बंगा से हरभजन सिंह दो बार कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में विधायक रहे। दो बार दिलबाग सिंह सैनी नवांशहर वाले विधायक रहे। तीन बार चौधरी जगतराम सूंढ बंगा से विधायक रहे। शिरोमणि अकाली दल से हरगुनाद सिंह बंगा से विधायक रहे। बलवंत सिंह सरहाल बंगा से अकाली दल के विधायक रहे। चौधरी मोहन लाल दो बार बंगा से अकाली दल के विधायक रहे। डा. सुखविदर कुमार सुक्खी मौजूदा शिरोमणि अकाली दल बादल के बंगा विधायक हैं। हरबंस सिंह बीका बंगा से सीपीआइएम के विधायक रहे। सतनाम सिंह कैंथ बहुजन समाज पार्टी के बंगा से विधायक रहे। वहीं विधानसभा क्षेत्र से जैसे ही कांग्रेस उम्मीदवार की घोषणा होगी , वैसे ही दूसरी राजनीतिक पार्टियों से चुनाव लड़ने वाले लोगों को आत्म आकलन करने का समय मिल जाएगा। कांग्रेस के साथ विरोधी पार्टियों के लोग भी अपनी पार्टी का आत्ममंथन करने के लिए कांग्रेस के उम्मीदवार की घोषणा होने का इंतजार कर रहे है। कांग्रेस उम्मीदवार सामने आने से ही आप तथा शिरोमणि अकाली दल बसपा गठजोड़ की जीत व हार का आकलन होगा। पिछले चुनाव में मिली थी हार पिछली बार भी कांग्रेस ने बंगा के उम्मीदवार का एलान लेट किया था, जिसका खमियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ा तथा बंगा में कांग्रेस की धड़ेबंदी की खाई बड़ी हो गई। बंगा में कांग्रेस के वोट खास हैं, मगर लीडर खास न होने के कारण कांग्रेस यहां से पिछले चुनाव के दौरान पर पिछड़ गई।

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