आवारा कुत्तों ने छीना काठगढ़ के लोगों का अमन चैन

काठगढ़ काठगढ़ कस्बे में इन दिनों आवारा कुत्तों ने आतंक मचा रखा है। यह कस्बा लगभग 50 से भी अधिक गांवों की रोजाना खरीदारी का केंद्र है और लोगों का यहां दिन-रात आना जाना लगा रहता है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 13 Apr 2019 06:45 PM (IST) Updated:Sun, 14 Apr 2019 06:21 AM (IST)
आवारा कुत्तों ने छीना काठगढ़ के लोगों का अमन चैन
आवारा कुत्तों ने छीना काठगढ़ के लोगों का अमन चैन

सतीश शर्मा, काठगढ़ : काठगढ़ कस्बे में इन दिनों आवारा कुत्तों ने आतंक मचा रखा है। यह कस्बा लगभग 50 से भी अधिक गांवों की रोजाना खरीदारी का केंद्र है और लोगों का यहां दिन-रात आना जाना लगा रहता है। कुत्ते झुंड बनाकर जगह-जगह घूमते हैं जिससे आने-जाने लोगों को हर वक्त डर बना रहता है। पता नहीं कैसे कुत्तों की इतनी ज्यादा संख्या होती जा रही है। जब कोई अपने ध्यान में घरों के पास या अचानक रास्ते से निकलकर जाता है, तो यह आवारा कुत्ते झुंड बनाकर उन पर झपट पड़ते हैं। स्कूल के विद्यार्थी इन कुत्तों के डर के मारे अपने घरवालों को साथ लेकर रोजाना स्कूल तक पहुंचते हैं।

बाहर से लाकर यहां छोड़े जाते हैं कुत्ते : बलवीर

फोटो ग्राफर की दुकान करने वाले बलवीर कुमार ने बताया कि बाहर से कई लोग अपनी प्राइवेट गाड़ियों में इन कुत्तों को यहां उताकर चले जाते हैं। इसी तरह कई लोग बेसहारा पशुओं को भी छोड़ जाते हैं, जिससे लोगों के साथ-साथ ये कुत्ते वाहनों के पीछे भी भागते हैं और चालकों को गिरा भी देते हैं। हाथ में चलना पड़ता है छड़ी लेकर : गुलशन

गुलशन जोशी ने बताया कि जब सुबह सैर को निकलते हैं तो इन आवारा कुत्तों के कारण हाथ में डंडा लेकर जाना पड़ता है न जाने कब, कहां कोई आवारा कुत्ता अपना दांत मार दे।

प्रशासन नहीं देता मारने की दवाई : कुलवंत

कुलवंत राय का कहना है कि कुत्तों की समस्या को लगभग दस साल हो चुके हैं। अब तो कोई भी प्रशासन इन कुत्तों को मारने की दवाई देकर नहीं जाता। यही वजह है कि इनकी संख्या में बढ़ोतरी हो रही है।

बीडीपीओ व एसडीएम को करवाएंगे अवगत : सरपंच

काठगढ़ के सरपंच गुरनाम सिंह चाहल का कहना है कि इस संबंध में बीडीपीओ बलाचौर से बात की जाएगी कि समस्या का क्या समाधान होगा। एसडीएम बलाचौर को भी इस समस्या के प्रति कागजी कार्रवाई करके ध्यान में लाया जाएगा।

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