गांवों में नहीं वितरण हुआ डाक
जागरण संवाददाता, नवांशहर ग्रामीम डाककर्मियों की तरफ से रेगुलर किए जाने व पे कमीशन क
जागरण संवाददाता, नवांशहर
ग्रामीम डाककर्मियों की तरफ से रेगुलर किए जाने व पे कमीशन की रिपोर्ट लागू करने की मांग को लेकर की जा रही हड़ताल वीरवार को भी जारी रही। हालात यह है कि करीब 3 दिनों से ग्रामीण क्षेत्रों से संबंधित डाक घर पूरी तरह डाक सेवा से कट गए हैं। न तो मुख्य डाक घर से ग्रामीण डाक घरों तक डाक पहुंचाई जा रही है और न ही वहां से डाक मुख्य डाक घरों तक पहुंच रही है।
इसके चलते लोगों की तरफ से जो पत्र, रजिस्ट्रियां आदि पोस्ट की गई थीं वह वैसी की वैसी धरी की धरी रह गई हैं। ऐसे में अगर हड़ताल जल्द नहीं समाप्त हुई तो विभाग के साथ-साथ पासपोर्ट भी डाक में ही फंसा हुआ है। किसी पोस्ट के लिए अप्लाई किया था, मगर उससे संबंधित पत्र संबंधित दफ्तर तक पहुंच ही नहीं पाया या वहां से जवाबी लैटर वापिस संबंधित व्यक्ति तक नहीं पहुंच पाया है। इसके अलावा डाक के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचने वाले मैग्जीन आदि भी मुख्य डाकघरों में रुक गए हैं। जिले-डिवीजन के करीब 75 डाक घरों में डाक सेवा प्रभावित रही है। जिले के करीब 125 डाक कर्मी इस योजना से संबंधित हैं, जिनकी तरफ से हड़ताल की गई है। बाक्स--
मुख्य डाकघर के समक्ष दिया धरना
ऑल इंडिया पोस्टल एक्सट्रा डिपार्टमेंटल इंप्लाइज यूनियन के आह्वान पर ग्रामीण डाक कर्मियों की तरफ से वीरवार को भी डाकघर के समक्ष धरना दिया गया। धरने को संबोधित करते हुए यूनियन के नेता प्रेम लाल ने कहा कि ग्रामीण डाक सेवक बीते समय से रेगुलर किए जाने की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में विभाग के अधिकारियों को अवगत करवाया गया है। इसके बावजूद सरकार की तरफ से मांग की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। नेताओं ने कहा कि संगठन मांग करता है कि ग्रामीण डाक कर्मियों को रेगुलर किया जाए। सातवें पे-कमीशन की रिपोर्ट उन पर लागू की जाए। इस मौके पर जोगा ¨सह महालों ने भी संबोधित किया।