संक्रांति - मकर संक्रांति पर उत्तरायण में हो जाता है सूर्य

रयात इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी रैलमाजरा में मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Jan 2020 05:21 PM (IST) Updated:Wed, 15 Jan 2020 05:21 PM (IST)
संक्रांति - मकर संक्रांति पर उत्तरायण में हो जाता है सूर्य
संक्रांति - मकर संक्रांति पर उत्तरायण में हो जाता है सूर्य

संवाद सहयोगी, काठगढ़ : रयात इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी रैलमाजरा में मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया गया। कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. एनएस गिल ने बताया कि हवन के बाद विशेष पूजा अर्चना की गई। इस दौरान नए सेमेस्टर की शिक्षा का भी आगाज किया गया। पंडित अनिल शर्मा लहरी शाह मंदिर रोपड़ ने मंत्रोच्चारण से पूजा अर्चना करवाई। उन्होंने मकर संक्रांति का बहुत महत्व है। इस पर्व के बाद सूर्य उत्तरायन गोलार्ध में आना शुरू जाता है और सर्दी का प्रकोप कम होने लगता है। उत्तरायण देवताओं का दिन माना जाता है। कार्यक्रम में निर्मल सिंह रयात चेयरमैन रयात ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन ने शिरकत कर हवन शुरू करवाया व विद्यार्थियों और स्टाफ को त्योहार की शुभकामनाएं दी। मैनेजिग डायरेक्टर डॉक्टर संदीप कौड़ा ने भी सभी विद्यार्थियों तथा स्टाफ को मकर संक्रांति त्योहार मनाने के लिए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर डॉक्टर जगदीप कौर, डॉक्टर हरीष कुंदरा, विशाल वालिया, डॉक्टर पल्लवी, डॉक्टर आशुतोष, जतिदर जग्गी, यश पराशर, शिव कुमार, सीमा सैणी, रजनी बाला, गुरप्रीत सिंह, डॉक्टर मनीष तलवार सहित स्टाफ तथा विद्यार्थी उपस्थित थे।

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