दो लाख अनुसूचित जाति के छात्रों के रोल नंबर रोकने का फैसला

पंजाब के लगभग दो लाख अनुसूचित जाति के छात्रों को पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति ने देने का मामला।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Jun 2021 05:14 AM (IST) Updated:Mon, 07 Jun 2021 05:14 AM (IST)
दो लाख अनुसूचित जाति के छात्रों के रोल नंबर रोकने का फैसला
दो लाख अनुसूचित जाति के छात्रों के रोल नंबर रोकने का फैसला

संवाद सहयोगी, राहों : पंजाब के लगभग दो लाख अनुसूचित जाति के छात्रों को पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति 2017-18, 2018-19 और 2019-20 के 1850 करोड़ का भुगतान न करने के कारण आगामी परीक्षाओं में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस संबंध में ज्वाइंट एसोसिएशन आफ कालेज (जैक) के अध्यक्ष डा. गुरमीत सिंह धालीवाल व जगजीत सिंह ने कहा कि जैक ने उन छात्रों के रोल नंबर को रोकने का फैसला किया है, जिन्होंने 2017-18, 2018-19 और 2019-20 में अपनी पढ़ाई पूरी की है। क्योंकि पंजाब सरकार ने अनुसूचित जाति के छात्रों को छात्रवृत्ति की राशि अभी तक नहीं दी है।

उन्होंने कहा कि न तो सरकार और न ही छात्र कालेजों को फीस दे रहे हैं, तो वे छात्रों की पढ़ाई कैसे जारी रख सकते हैं। जैक के सह-अध्यक्ष डा. अंशु कटारिया ने कहा कि इस संबंध में जूम मीटिग में फैसला लिया गया, जिसमें 1600 गैर सहायता प्राप्त कालेजों का प्रतिनिधित्व करने वाले सभी 13 संघों ने भाग लिया है। ऐसी मीटिग में यह फैसला किया गया है। जैक के महासचिव सुखमिदर सिंह चट्ठा ने कहा कि 2020-21 में भी सरकार ने छात्रों को स्पष्ट निर्देशों के अभाव में पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति राशि का कुछ हिस्सा छात्रों के खाते में वितरित किया है और छात्र उस राशि का भुगतान कालेजों को नहीं कर रहे हैं।

जैक के संरक्षक मनजीत सिंह ने कहा कि इतना ही नहीं, 2020-21 की 90 करोड़ पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप की प्रतिपूर्ति नहीं की गई है, जो विभिन्न तकनीकी पाठ्यक्रमों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए थे। केंद्र सरकार 2-3 महीने पहले ही पंजाब को इस राशि का भुगतान कर चुकी है। लेकिन पंजाब सरकार इसे रिलीज नहीं कर रही, जिसके चलते जैक को मजबूर होकर यह कदम उठाना पड़ रहा है।

उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि रोल नंबर जारी न करने के कारण किसी भी छात्र का भविष्य खराब होता है तो पूरी जिम्मेदारी पंजाब सरकार की होगी, क्योंकि वह बिना फीस लिए दो लाख छात्रों को 3-4 साल तक नहीं पढ़ा सकते।

इस जूम मीटिग में संरक्षक मंजीत सिंह, अध्यक्ष जगजीत सिंह, डा. गुरमीत सिंह धालीवाल, अध्यक्ष, सह अध्यक्ष डा. अंशु कटारिया, निर्मल सिंह वरिष्ठ उपाध्यक्ष, जसनिक सिंह उपाध्यक्ष, डा. सतविदर संधू, उपाध्यक्ष, विपिन शर्मा उपाध्यक्ष, सुखमिदर सिंह चट्ठा जनरल सचिव, शिमांशु गुप्ता वित्त सचिव, राजिदर सिंह धनोआ, सचिव, जैक उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी