शीतला माता मंदिर में पूजा के लिए उमड़े भक्त

काठगढ़ स्थानीय शीतला माता मंदिर में मंगलवार को भक्तों की भीड़ उमड़ी। बता दें कि यह माह मां शीतला माता के विशेष पूजन का होता है। इस महीने मंगलवार को मीठी रोटियों का भोग माता को लगाया जाता है। संतान की सुख-शांति के लिए माताएं बचों को मीठी रोटी का भोजन बनाकर माता शीतला को भोग लगाती हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 06 Apr 2021 11:00 PM (IST) Updated:Tue, 06 Apr 2021 11:00 PM (IST)
शीतला माता मंदिर में पूजा के लिए उमड़े भक्त
शीतला माता मंदिर में पूजा के लिए उमड़े भक्त

संवाद सहयोगी, काठगढ़

स्थानीय शीतला माता मंदिर में मंगलवार को भक्तों की भीड़ उमड़ी। बता दें कि यह माह मां शीतला माता के विशेष पूजन का होता है। इस महीने मंगलवार को मीठी रोटियों का भोग माता को लगाया जाता है। संतान की सुख-शांति के लिए माताएं बच्चों को मीठी रोटी का भोजन बनाकर माता शीतला को भोग लगाती हैं। इसके तहत सुबह स्नान करके चूल्हा जलाने से पहले माता का दर्शन करके भोग लगाकर संतान को मां का आशीर्वाद दिलाकर फिर अन्य घरेलू काम किए जाते हैं। मंदिर की मुख्य सेवादार कौशल्या देवी ने बताया कि संतान की दीर्घायु के लिए माताएं इस माह मंगलवार को मां के दरबार में कामना करती हैं। इसके अतिरिक्त संतान प्राप्ति के लिए भी कामना की जाती है और मां झोली भरती है।

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शीतला माता मंदिरों में किया बाजड़ा पूजन

संवाद सूत्र, नवांशहर

शहर में सभी शीतला माता मंदिरों में बाजड़ा पूजन के लिए मंगलवार को श्रद्धालुओं ने शीतला अष्टमी का व्रत रखा और मंगल पूजन किया। इस दौरान सुबह चार बजे के करीब स्नेही मंदिर में दूसरा मंगल पूजन करने के लिए लाइनें लगनी शुरू हो गई थी। पंडित दिनेश मिश्रा व पंडित हर्षवर्धन के अनुसार यह मंगल रोगों, महामारी और चेचक की अधिष्ठात्री देवी शीतला माता को चैत्र कृष्ण की अष्टमी को पूजा गया है। पंडित हर्षवर्धन ने बताया कि शीतला माता सुख-समृद्धि, खुशहाली और निरोग जीवन देती है। भारत के विभिन्न भागों में विभिन्न नामों के साथ शीतला माता की पूजा की जाती है। इस दिन सभी मीठे भोजन, चावल, गोगले, मीठी रोटी, बेर, फल व कच्ची लस्सी आदि से माता शीतला का पूजन करते हैं। इस व्रत को चार सप्ताह में किया जा सकता है, यह दूसरा मंगलवार है, तो कुछ मंगल का ही पूजन करते हैं। शीतला माता के पूजन से शरीर में होने वाले रोगों से रक्षा होती है वहीं शरीर स्वस्थ तथा परिवार खुशहाल रहता है।

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