बारदाने की कमी व धान की सरकारी खरीद न होने पर किसानों ने धरना देकर जताया रोष

मंडियों में पर्याप्त मात्रा में बारदाना भी नहीं है तथा खरीद एजेंसी व शेलर मालिक मिलकर किसानों का आर्थिक नुकसान कर रहे है। पहले तो कई दिन तक खरीद एजेंसी द्वारा भाव नहीं लगाया जाता वहीं पर शेलर वाले ज्यादा नमी का बहाना बनाकर किसानों से काट मांग रहे है।

By Edited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 06:24 PM (IST) Updated:Tue, 27 Oct 2020 10:57 AM (IST)
बारदाने की कमी व धान की सरकारी खरीद न होने पर किसानों ने धरना देकर जताया रोष
अधिकारियों के आश्वासन के बाद ही किसानों ने यह धरना उठाया।

मलोट (श्री मुक्तसर साहिब), जेएनएन। रत्त खेड़ा फोकल प्वाइंट पर बारदाने की कमी और समय पर धान की सरकारी खरीद न होने से भड़के किसानों ने मलोट फाजिल्का अबोहर त्रिकौनी चौक पर लगभग तीन घंटे तक धरना दिया। अधिकारियों के आश्वासन के बाद ही किसानों ने यह धरना उठाया। धरने के दौरान भारतीय किसान यूनियन लखोवाल के जिला प्रधान गगनदीप संधू, किसान यूनियन राजेवाल मुक्तसर के ब्लाक प्रधान गोबिंद सिंह, किसान यूनियन राजेवाल मलोट ब्लॉक प्रधान चौधरी पाल सिंह, भारतीय किसान यूनियन लखोवाल के जिला महासचिव मनजीत सिंह, भूपिंदर सिंह मन्नियावला, सतपाल मोहला आदि ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा बड़े-बड़े दावे किए जा रहे है कि किसानों को मंडी में किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी तथा किसानों की फसल का एक-एक दाना खरीदा जाऐगा।

पंजाब सरकार कि इन दावों की पोल मंडियों में खुलती नजर आ रही है। मंडियों में पर्याप्त मात्रा में बारदाना भी नहीं है तथा खरीद एजेंसी व शेलर मालिक मिलकर किसानों का आर्थिक नुकसान कर रहे है। पहले तो कई दिन तक खरीद एजेंसी द्वारा भाव नहीं लगाया जाता, वहीं पर शेलर वाले ज्यादा नमी का बहाना बनाकर किसानों से काट मांग रहे है। उन्होंने बताया कि 30 प्रतिशत बारदाना सरकारी खरीद एजेंसी को देना है व 70 प्रतिशत बारदाना शेलर मालिक को देना होता है। एक तो बारदाना नहीं मिल रहा वहीं किसानों को अपनी फसल को बेचने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।

आश्वासन के बाद उठाया धरना

धरने की जानकारी मिलते ही तहसीलदार सुखबीर कौर, नायब तहसीलदार ज¨तदर ¨सह मौके पर पहुंचे व किसानों को आश्वासन दिया किया उनकी समस्या का हल कर दिया जाएगा। यह धरना सुबह के 11 बजे से दोपहर के दो बजे तक लगा।

chat bot
आपका साथी