प्रदर्शन में मरे किसान के परिवार से दुख साझा किया

गांव बरकंदी के किसान नेता जगतार सिंह गिल नंबरदार 63 जिनका किसान संघर्ष में मरे किसानों के परिवारों को मदद की।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 10:22 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 10:22 PM (IST)
प्रदर्शन में मरे किसान के परिवार से दुख साझा किया
प्रदर्शन में मरे किसान के परिवार से दुख साझा किया

श्री मुक्तसर साहिब : गांव बरकंदी के किसान नेता जगतार सिंह गिल नंबरदार 63, जिनका किसान संघर्ष के दौरान निधन हो गया। इस पर गांव बरकंदी में जगजीत सिंह हनी फत्तानवाला द्वारा परिवारिक सदस्यों के साथ दुख व्यक्त किया गया। इस दौरान दुख प्रगट करते हुए फत्तनवाला ने कहा कि उनकी कुर्बानी जायज नहीं जाएगी तथा वह उनके परिवार के साथ हमेशा खड़े है। इसके अलावा गुलाब सिंह गिल, राजा धालीवाल, मुकेश कुमार आदि ने भी परिवारिक सदस्यों के साथ दुख प्रगट किया।

किसानों के समर्थन में लगाए जा रहे झंडे

संवाद सहयोगी, फरीदकोट :

पूरे कोटकपूरा शहर की दुकानों पर जगतार बराड़ खारा की अगुवाई तले किसान, म•ादूर, दुकानदार एकता के प्रतीक झंडे लगवाए जा रहे हैं। इस लड़ी के अंतर्गत आज भी कोटकपूरा की मोगा रोड और जैतो रोड की दुकानों पर यह झंडे लगाए गए। दुकानदार खुद अपनी मर्•ाी के साथ यह झंडे लगा रहे हैं। जगतार बराड़ ने बताया कि उन की तरफ से कोटकपूरा में 1500 के करीब झंडे लगाए जा रहे हैं। जिनमें से पहली खेप में 500 झंडे लगाने का काम जारी है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि आगामी लोकसभा चुनाव तक भी इन काले कानूनों पर रोक लगाई जाती है। तो भी हमें मंजूर नहीं हमें काले कानून ही रद्द चाहिएं। एनआरआइ भाइयों के सहयोग से लगाए जा रहे इन झंडों को लेकर जिला फरीदकोट से जगदीप बराड़ कनाडा, गुरिन्दर चहल हैप्पी ढैपई, रमनदीप संधू, जो कनाडा में रहते हैं की तरफ से पंजाब फस्ट झूलते किसानी झंडे मुहिम के अंतर्गत अलग अलग टीमें बना कर यह झंडे लगवाये जा रहे हैं। जिसके लिये अन्य लोगों से भी सहयोग की अपेक्षा की जा रही है। केंद्र सरकार चाहे कितने भी ड्रामे कर ले आखिर उसको यह काले कानून रद ही करने पड़ेंगे, क्योंकि यह समस्या केवल किसानों की नहीं बल्कि मध्यमवर्गीय जिदगी व्यतीत कर रहे हर आम इंसान की है।

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