पराली न जलाने वाले किसान होंगे सम्मानित

खेतीबाड़ी तथा किसान भलाई विभाग धान की पराली को आग न लगाने वाले किसानों की खुद पहचान करें।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Oct 2019 10:47 PM (IST) Updated:Thu, 03 Oct 2019 10:47 PM (IST)
पराली न जलाने वाले किसान होंगे सम्मानित
पराली न जलाने वाले किसान होंगे सम्मानित

संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब : खेतीबाड़ी तथा किसान भलाई विभाग धान की पराली को आग न लगाने वाले किसानों की खुद पहचान करें। जिनकी अलग से लिस्ट तैयार की जाए। इन किसानों को आने वाले गणतंत्र दिवस समारोह पर प्रशासन की ओर से सम्मानित किया जाएगा। ताकि यह लोग दूसरे किसानों के लिए प्रेरणा श्रोत बन सकें। यह बात डीसी एमके अराविद कुमार ने मुक्तसर में धान की पराली की सार संभाल तथा वातावरण को साफ सुथरा रखने के लिए आयोजित बैठक के दौरान कही। इस मौके पर एडीसी डॉ. रिचा, खेतीबाडी अधिकारी बलजिदर सिंह, जीओजी इंचार्ज गुरजंट सिंह औलख, प्रोजेक्ट डायरेक्टर करणजीत सिंह, अबयजीत धालीवाल, लाभ सिंह के अलावा बैलर एसोसिएशन तथा कंबाइन मालिकों ने भाग लिया। डीसी ने जिले में पराली की संभाल करने के लिए तालमेल कमेटी का गठन करने के लिए खेतीबाडी विभाग को हिदायतें जारी कर दी ताकि धान की पराली की सार संभाल करने खेती ऊपज को बढ़ाया जा सके। उन्होंने बताया कि पराली की सार संभाल से किसानों की ओर से कम खर्च कर अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है। उन्होंने किसानों को विश्वास दिलाया कि जिले के किसानों की धान की पराली संबंधी मुश्किलों को हल करने के लिए जीओजी वर्कर हमेशा उनके संपर्क में रहेंगे ताकि उनकों पराली के निपटारे के दौरान आने वाली परेशानियों को जिला प्रशासन तक पहुंचाया जा सके। डीसी ने पिछले कई सालों से पराली को आग ना लगाने तथा पराली को इस्तेमाल में लाने वाले जिले के चार ब्लाक मुक्तसर, गिदड़बाहा, मलोट तथा लंबी के 40 ब्रैड अंबेसडर किसानों को छह-छह हजार रुपए के कूपन वितरित किए तांकि किसान दूसरे किसानों के लिए पराली सीजन के लिए पराली की सार संभाल के बारे में मार्ग दर्शक बन सकें। डीसी ने किसानों को पराली को आग ना लगाने संबंधी प्रण भी दिलवाया। किसानों ने अपनी विचार भी बताए और धान की फसल दौरान आने वाली मुश्किलों से भी अवगत करवाया।

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