लापरवाह प्रशासन, धुंध में खतरा बने सड़कों पर खड़े वाहन
जिले में सड़कों पर खड़े रहने वाले ट्रक भी हर साल हादसों की बड़ी वजह बनते हैं। धुंध के समय सड़कों या सड़कों के किनारे खड़े होने वाले वाहन धुंध में खतरनाक रूप धारण कर लेते हैं।
जागरण संवाददाता, मोगा : जिले में सड़कों पर खड़े रहने वाले ट्रक भी हर साल हादसों की बड़ी वजह बनते हैं। धुंध के समय सड़कों या सड़कों के किनारे खड़े होने वाले वाहन धुंध में खतरनाक रूप धारण कर लेते हैं। शहर व जिले में कई लोगों की जानें भी सड़क किनारे खड़े ट्रक व अन्य वाहनों के कारण पिछले कुछ सालों में जा चुकी है।
शहर में हाईवे किनारे सेंट्रल वेयर हाउस के बाहर, स्पोर्ट्स स्टेडियम के सामने गुलाबी बाग, बाघापुराना चौक से कोटकपूरा की ओर नई दाना मंडी के बाहर सड़कों पर ट्रकों की हमेशा लाइन लगी रहती है। इसके अलावा बाघापुराना में ही नहर पार करते ही ट्रक सड़क के किनारे खड़े रहते हैं। यही स्थिति बहोना चौक के निकट भी है, यहां भी व्यवसायिक कारणों से ट्रक अक्सर सड़क किनारे खडे़ रहते हैं, कोहरे के समय ये चौराहा सबसे ज्यादा खतरनाक रूप धारण कर लेता है, क्योंकि इस चौराहे पर ट्रैफिक लाइटें भी नहीं हैं। जबकि इस चौराहे से तेज गति से वाहन गुजरते हैं। ये है चिताजनक स्थिति
मोगा-कोटकपूरा रोड टोल रोड है, यहां पर वाहनों से गुजरने वाले लोगों से टोल वसूला जाता है, लेकिन टोल मार्ग पर स्थित बाघापुराना मेन चौक पर लाइटें तक नहीं है। सूचना देने वाला बोर्ड व ले बाय की भी व्यवस्था भी नहीं है, जबकि टोल की शर्तों के अनुसार ये सुविधा टोल प्लाजा की ओर से की जानी है। हर साल पुलिस इस मामले में सिर्फ तभी सक्रिय दिखाई देती है, जब हादसे हो जाते हैं। बाघापुराना चौक में स्ट्रीट लाइटें पिछले तीन महीने से नहीं जल रही हैं, टोल प्लाजा के मैनेजर का दावा है कि उनके कंट्रोल रूम से ट्रैफिक लाइटें जल रही हैं, लेकिन ट्रैफिक पुलिस की ओर से लाइटें बंद हैं, ये मामला प्रमुखता से 15 दिन पहले प्रकाशित होने के बाद भी बाघापुराना पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई ध्यान नहीं दिया। ये हो चुके हैं हादसे
14 नवंबर की रात को बुग्गीपुरा फ्लाईओवर के पास सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकराकर बाइक सवार संदीप सिंह पुत्र बूटासिंह निवासी कोकरी बुट्टरा गंभीर रूप से घायल हो गया था। हादसे में उसकी टांग में फ्रैक्चर हो गया था।
17 जनवरी को मोगा की इंदिरा कॉलोनी के रहने वाले 26 वर्षीय गौरव और 23 वर्षीय अनूप की जहां धुंध के कारण मौत हो गई। वहीं इंदिरा कालोनी के रहने वाले 24 साल के सचिन की अगले दिन सड़क हादसे में मौत हो गई थी। तीनों हादसे धुंध के चलते हुए थे। ट्रक चालकों को किया जा रहा जागरूक : एसपी (एच)
एसपी (एच) हरिदर सिंह परमार का कहना है कि ट्रक चालकों को समय-समय पर जागरूक किया जाता है कि वे धुंध मे दिखने वाली लाइटों का प्रयोग करें, रिफ्लेक्टर का प्रयोग अवश्य करें। जहां भी ऐसे प्वाइंट पुलिस की नजर में आते हैं जो हादसों की वजह बनते हैं, उन्हें रिमूव कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।