खाली व भरे ग्लास से समझाया जीवन का महत्व

द लर्निंग फील्ड ए ग्लोबल स्कूल (टीएलएफ) में एलकेजी कक्षा के बच्चों को विशेष इवेंट में रेत से आधे भरे व आधे खाली ग्लास के माध्यम से सकारात्मक सोच के प्रति जागरूक किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Jan 2020 04:00 PM (IST) Updated:Tue, 14 Jan 2020 04:00 PM (IST)
खाली व भरे ग्लास से समझाया जीवन का महत्व
खाली व भरे ग्लास से समझाया जीवन का महत्व

जागरण संवाददाता, मोगा : द लर्निंग फील्ड ए ग्लोबल स्कूल (टीएलएफ) में एलकेजी कक्षा के बच्चों को विशेष इवेंट में रेत से आधे भरे व आधे खाली ग्लास के माध्यम से सकारात्मक सोच के प्रति जागरूक किया।

विशेष एक्टिविटी के माध्यम से बच्चों को प्लास्टिक के ग्लास व बालू दी गई, ग्लास को बच्चों ने जब बालू से भर दिया तो अध्यापिका ने खाली व भरे ग्लास के अंतर को बच्चों को समझाया। प्रिसिपल स्मृति भल्ला ने बच्चों को बताया कि जब ग्लास बालू से भरा होता है तो उस ग्लास में मजबूती होती है, दबाने पर वह ज्यादा नहीं दबता है, जबकि ग्लास खाली होता है तो वह आसानी से दब जाता है। प्रिसिपल ने छोटी छोटी कहानियों के माध्यम से बच्चों को समझाया कि यही बात निजी जीवन में भी भी लागू होती है। जीवन जब प्यार, ज्ञान से भरा होता है तो व्यक्ति मजबूत होता है, जीवन में खाली पन होता है तो उसमें निराशा आती है, ऐसे में बच्चों को हर बात को अच्छे से समझना चाहिए, ज्ञान हासिल करना चाहिए तभी वे भी सफल इंसान बन सकते हैं।

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