सड़क की खोदाई से हो रही दूषित पानी की सप्लाई, रोका काम

जीटी रोड को शहर से जोड़ने वाले गांधी रोड के दोनों ओर 43 लाख रुपये से इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने के लिए सड़क खोदने के बाद काम बीच में छोड़ दिया गया है जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 10:39 PM (IST) Updated:Wed, 22 Jan 2020 06:10 AM (IST)
सड़क की खोदाई से हो रही दूषित पानी की सप्लाई, रोका काम
सड़क की खोदाई से हो रही दूषित पानी की सप्लाई, रोका काम

राज कुमार राजू, मोगा : जीटी रोड को शहर से जोड़ने वाले गांधी रोड के दोनों ओर 43 लाख रुपये से इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने के लिए सड़क खोदने के बाद काम बीच में छोड़ दिया गया है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं टाइल्स लगाने के लिए लाए गए मैटीरियल को ठेकेदार ने उठाना शुरू कर दिया गया है। वहीं सड़क खोदने से पाइपलाइन टूटने से रोजाना हजारों लीटर पानी व्यर्थ में बह रहा है।

गांधी रोड पर 43 लाख रुपये की लागत से सड़क के दोनों ओर इंटरलॉकिग टाइल्स लगनी थीं, जबकि 45 लाख रुपये से गांधी रोड से जुड़ने वाली गलियों का निर्माण होना था, जिससे शहर के लोगों को बड़ी राहत मिलती, लेकिन अचानक काम रुकवा दिया गया। गांधी रोड पर रहने वाले लोगों का कहना है कि 10 साल बाद गांधी रोड पर मरम्मत का काम शुरू हुआ था, उस काम को रुकवा कर जनता की समस्या और बढ़ा दी है, काम उस स्थिति में रुकवाया गया है, जबकि मरम्मत कार्य के चलते पूरी सड़क खुदवा दी गई है, जिससे अब तो यहां से निकलना मुश्किल है। गांधी रोड की इस सड़क पर बारिश के दिनों में दोनों ओर पानी का जमावड़ा हो जाता है। जिसका समाधान करने के लिए सड़क के दोनों ओर इंटरलॉकिग टाइल लगाई जानी थी। इसके साथ ही इस सड़क के दोनों और पौधारोपण भी किया जाना था।

दूषित पानी की हो रही सप्लाई

सड़क के खोदने से पीने के पानी की पाइप लाइन टूटने के साथ साथ सीवरेज की पाइप लाइन भी टूट चुकी है। ऐसे होने से पीने के पानी में सीवरेज का पानी मिक्स हो कर सप्लाई हो रहा है। जल्द हल होगी पेयजल की समस्या : पार्षद

पार्षद कमलेश रानी का कहना है कि गांधी रोड पर लगभग 49 लाख रुपये की लागत से होने वाले इंटरलॉकिग कार्य को गत दिनों विधानसभा की कमेटी के चेयरमैन के दौरे के उपरांत बंद कर दिया गया था। मैटीरियल की जांच करने के समय कमेटी के चेयरमैन ने कोई टिप्पणी नहीं की थी । लेकिन स्थानीय नेताओं के इशारे पर निगम के अधिकारियों ने उक्त कार्य को बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार काम के लिए तैयार है, लेकिन अधिकारियों की अनदेखी के कारण कार्य लटक गया है। दूषित पेयजल की समस्या जल्द हल कर दी जाएगी।

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