डीसी की दो टूक, कोविड मरीजों से ज्याद फीस वसूली तो होगी कार्रवाई

निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों के इलाज के नाम पर हो रही लूट के मामले में अब डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस ने सख्त रुख अपनाया है

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 May 2021 10:41 PM (IST) Updated:Sat, 22 May 2021 10:41 PM (IST)
डीसी की दो टूक, कोविड मरीजों से ज्याद फीस वसूली तो होगी कार्रवाई
डीसी की दो टूक, कोविड मरीजों से ज्याद फीस वसूली तो होगी कार्रवाई

राजकुमार राजू, मोगा

निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों के इलाज के नाम पर हो रही लूट के मामले में अब डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस ने सख्त रुख अपनाया है। डीसी ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि मरीजों से नाजायज पैसे लेने वाले निजी अस्पताल को बंद करने व उसे कंट्रोल में लेने के अधिकार प्रशासन के पास हैं, निजी अस्पताल प्रबंधकों ने अपना रवैया नहीं सुधारा तो प्रशासन सख्त कदम उठाएगा। क्या है सच्चाई

शहर के निजी कोविड अस्पतालों में इन दिनों प्रति बैड प्रतिदिन 15-17 हजार रुपये, सिर्फ, नर्सिंग, डाक्टर, आक्सीजन, वेंटीलेटर चार्ज के रूप में वसूले जा रहे हैं, दवाएं अलग से हैं। कुछ अस्पतालों में तो 50-60 रुपये कीमत के वह इंक्जेशन भी बेखौफ दिए जा रहे हैं, जो अस्पतालों को सिर्फ स्वास्थ्य सचिव की मंजूरी के बाद सप्लाई होते हैं। आधिकारिक रिकार्ड में मोगा में अक्टेमरा नामक इंजेक्शन मोगा के किसी अस्पताल में उपलब्ध नहीं है, लेकिन एक मरीज के परिजनों ने बताया कि उनके रिश्तेदार को जीवन का खतरा बताकर ये इंजेक्शन दिया गया है।

कोविड टेस्ट के लिए सीटी स्कैन को सरकार ने अंतिम हथियार बताया है, लेकिन निजी अस्पताल डायनोस्टिक लैब को बेखौफ सीटी स्कैन के लिए रैफर कर रहे हैं। इन दिनों सीटी स्कैन के टेस्ट कई गुना ज्यादा बढ़ चुके हैं।

छवि को बनाए रखें डाक्टर

डीसी संदीप हंस ने कहा है कि अगर कोई अस्पताल या डाक्टर कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों का शोषण करता है तो प्रशासन एपेडमिक डिसीज एक्ट के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा। निर्धारित दर से ज्यादा वसूली पर किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। प्राइवेट अस्पताल किसी भी मरीज की मजबूरी का फायदा न उठाएं। उन्होंने कहा कि सरकारी व प्राइवेट डाक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ ने इस मुश्किल समय में बहुत अच्छा काम किया है, मिसाल कायम की है। इस छवि को बरकरार रखने की जरूरत है।

यहां करें शिकायत

राज्य व जिला स्तरीय कमेटी जल्द ही प्राइवेट कोविड अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के इलाज का आडिट करेगी। इस बीच किसी से ज्यादा वसूली होती है तो वे सेहत विभाग की हेल्पलाइन नं. 104, पर अथवा डिप्टी कमिश्नर के दफ्तर में अपनी शिकायत कर सकते हैं। शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा।

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