14 दिन रोजे रखने के बाद हुआ बेटा, डॉक्टरों की लापरवाही ने ली जान

बेटे के लिए मैंने बहुत मिन्नतें कीं 14 दिन रोजे रखे थे तब दो बेटियों के बाद एक बेटा पैदा हुआ था लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही ने मेरा बेटा मुझसे छीन लिया। मेरे बेटे को डॉक्टरों ने देख लिया होता तो उसकी जान नहीं जाती।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Jan 2020 09:27 PM (IST) Updated:Fri, 17 Jan 2020 06:13 AM (IST)
14 दिन रोजे रखने के बाद हुआ बेटा, डॉक्टरों की लापरवाही ने ली जान
14 दिन रोजे रखने के बाद हुआ बेटा, डॉक्टरों की लापरवाही ने ली जान

सत्येन ओझा, मोगा : बेटे के लिए मैंने बहुत मिन्नतें कीं, 14 दिन रोजे रखे थे, तब दो बेटियों के बाद एक बेटा पैदा हुआ था, लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही ने मेरा बेटा मुझसे छीन लिया। मेरे बेटे को डॉक्टरों ने देख लिया होता तो उसकी जान नहीं जाती। मैंने किसी को भी लिखकर नहीं दिया है कि मेरे बेटे के इलाज में लापरवाही नहीं हुई है, मेरे बेटे की मौत के लिए जिम्मेदार डॉक्टरों पर कार्रवाई कर मुझे इंसाफ दिलाया जाय।'

ये कहना था मथुरादास सिविल अस्पताल में बेटे का शव गोद में लेकर पहुंची धर्मकोट के गांव बाजेके निवासी अमनदीप कौर का। महिला अमनदीप के इस बयान के बाद ये सवाल भी खड़ा हो गया कि पहले दिन से स्वास्थ्य अधिकारी ये दलील दे रहे हैं कि महिला ने लिखकर दे दिया है कि उसके साथ इलाज में कोई लापरवाही नहीं हुई, आखिरकार ये बात किससे लिखवाई गई?

बच्चे की मौत से आहत गांव बाजेके निवासी नवजात के परिजनों के साथ शाम को लगभग चार बजे मथुरादास सिविल अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने चिकित्सकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी बच्चे की मौत के लिए जिम्मेदार डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। शाम को साढ़े छह बजे तक मां अमनदीप कौर अपने बच्चे के शव के साथ अस्पताल में ही धरने पर बैठी थी। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब तक दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है वे धरने से नहीं उठेंगी। जिले के विधायक रहे मौन, जगराओं की विधायक ने उठाया मुद्दा

मथुरादास सिविल अस्पताल में दो चिकित्सकों की लापरवाही से नवजात शिशु की मौत के मामले में जहां मोगा जिले के चारों विधायक मौन साधे रहे, जिनमें तीन विधायक कांग्रेस के हैं, जबकि निहालसिंह वाला में आम आदमी पार्टी के विधायक हैं, वहीं जगराओं की विधायक सर्बजीत कौर मानूने ने इस बेहद अमानवीय मुद्दे को लेकर विधानसभा सत्र के दौरान हीं स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह से उनके कक्ष में जाकर मिलीं। विधायक ने बताया कि उन्होंने मंत्री से कहा कि मंत्री जी डू समथिग, फर्श पर डिलीवरी हो रही है, एक बच्चे की मौत हो गई, उसी अस्पताल की एक और जिदगी मौत से जूझ रही है। विधायक ने बताया कि इस पर मंत्री ने उन्हें भरोसा दिया है कि एक मामला तो उनकी जानकारी में आ गया है, उसमें सख्त कार्रवाई होगी, दूसरे मामले में भी जांच कराएंगे।

------सत्येन ओझा

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