माता चितपूर्णी मंदिर में गणपति महोत्सव पर किया संकीर्तन

। प्राचीन माता चितपूर्णी मंदिर में गणपति महोत्सव के दौरान संकीर्तन का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 03:31 PM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 03:31 PM (IST)
माता चितपूर्णी मंदिर में गणपति महोत्सव 
पर किया संकीर्तन
माता चितपूर्णी मंदिर में गणपति महोत्सव पर किया संकीर्तन

संवाद सहयोगी, मोगा

प्राचीन माता चितपूर्णी मंदिर में गणपति महोत्सव के दौरान संकीर्तन का आयोजन किया गया। पुजारी भूपिदर गौतम ने दरबार में ज्योति प्रचंड की। सभी ने पूजन कर सर्वभले की प्रार्थना की।

महिला मंडल की नीतू, शशि, राम मूर्ति, उमा, मीनू, संतोष, वीना, किरणदीप, सुषमा द्वारा गणपति राखो मेरी लाज, तेरे नाम का रंग ऐसा चड़िया मां तेरे भक्ता ने तेरा पल्ला फडिया मां., जपो चले आएंगे बिहारी. आदि भजन पेश किए। पंडित भूपिदर गौतम ने बताया कि गणेश जी की भक्ति व पूजा करने से मन को शांति प्रदान होती है। गणपति जी की आराधना से भगवान शिव प्रसन्न होकर अपने भक्तों पर कृपा करते हैं। गणपति जी की भक्ति से रोग, शोक नष्ट होते है। मन शांत रहता है। मन की शांति से ही सुख प्राप्त होते है। उन्होंने कहा कि गणपति जी की कथा का श्रवण करने से हमें माता पिता की सेवा करने की प्रेरणा मिलती है। माता पिता की सेवा में ही सभी तीर्थो की यात्रा का फल है। मंदिर के प्रधान विजय सिगला व विकास विक्की ने कहा कि यह समागम 19 सितंबर तक जारी रहेगा। सभी श्रद्धालु इसमें भाग लेकर गणपति जी का आशीर्वाद प्राप्त करें।

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