साढ़े 15 एकड़ क्षेत्र में फैले इंप्रूवमेंट ट्रस्ट परिसर में नहीं लगा है रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम

शहर में साढ़े पन्द्रह एकड़ क्षेत्र में फैले हुए इंप्रूवमेंट ट्रस्ट क्षेत्र में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम न तो अभी तक लगा है न ही अभी इसे लगाने की कोई योजना है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Mar 2021 11:42 PM (IST) Updated:Mon, 22 Mar 2021 11:42 PM (IST)
साढ़े 15 एकड़ क्षेत्र में फैले इंप्रूवमेंट  ट्रस्ट परिसर में नहीं लगा है रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
साढ़े 15 एकड़ क्षेत्र में फैले इंप्रूवमेंट ट्रस्ट परिसर में नहीं लगा है रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम

सत्येन ओझा.मोगा

शहर में साढ़े पन्द्रह एकड़ क्षेत्र में फैले हुए इंप्रूवमेंट ट्रस्ट क्षेत्र में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम न तो अभी तक लगा है न ही अभी इसे लगाने की कोई योजना है। ये सरकारी कैंपस जिले का सबसे बड़ा कैंपस है, अगर इस पूरे क्षेत्र में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगता है तो भूजल स्तर को ऊपर उठाने में काफी मदद मिल सकती है।

ट्रस्ट परिसर में पंजाब एजुकेशन बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय भी है, एनआरआइ थाने के अलावा कई होटल व अन्य कई कामर्शियल प्रतिष्ठान के साथ लाल बहादुर शास्त्री मार्केट भी है जो शहर की प्रमुख बैंक के अलावा दो दर्जन से ज्यादा सरकारी व निजी क्षेत्र के कामर्शियल संस्थानों के दफ्तर भी हैं।

इंप्रूवमेंट ट्रस्ट शहर की सबसे अहम सरकारी संस्था है। ट्रस्ट का दफ्तर जिस परिसर में बना है, वही साढ़े पन्द्रह एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। इस परिसर का वर्तमान में 80 प्रतिशत हिस्सा ओपन है। ऐसे में अगर यहां पर रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगता है, तो बड़ी मात्रा में बारिश का पानी सरंक्षित किया जा सकता है, जिसका असर शहर के बड़े क्षेत्र के भूमिगत जल स्तर पर पडेगा। वर्तमान में मोगा शहर में भूमिगत जल स्तर 500-550 फीट तक नीचे जा चुका है। ऐसे में जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में भी रेन वाटर हार्वेस्टिग की योजना तैयार कर ली गई है, जिला प्रबंधकीय काम्पलेक्स इंप्रूवमेंट ट्रस्ट कैंपस की तुलना में काफी छोटा है। हालांकि अभी जिला प्रबंधकीय काप्लेक्स में भी रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगा नहीं है।

- यह है विशेषज्ञ की राय

कृषि विकास अधिकारी डा.जसविदर सिंह बराड़ के अनुसार साढ़े 15 एकड़ क्षेत्र में अगर वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगता है तो भूजल स्तर तेजी के साथ बढ़ेगा, हालांकि भूमिगत जल स्तर के बढ़ने की दर कुल बारिश पर निर्भर करेगी। डा.बराड़ का कहना है कि हर नई बिल्डिंग का नक्शा पास करने के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाना अनिवार्य कर दिया जाय तो भूमिगत जल स्तर तेजी के साथ बढ़ेगा। इसका बड़ा लाभ ये भी होगा कि आए दिन सीवरेज सिस्टम ओवरफ्लो होता है वह भी नहीं होगा। एक साथ कई समस्याएं हल सकती हैं, जो स्थिति सामने आ रही है, ये करना ही पड़ेगा। क्योंकि रेन वाटर हार्वेस्टिग में कुल बिल्डिग निर्माण में आने वाली लागत के मुकाबले एक से दो प्रतिशत भी नहीं होगा।

जरूरत महसूस हुई तो प्रस्ताव बनाकर सिस्टम लगवाएंगे

इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन विनोद बंसल का कहना है कि अभी तो रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाने की कोई योजना नहीं है, न ही लगा है। लेकिन अगर जरूरत महसूस होती है तो जरूर वे इसका प्रस्ताव तैयार कराकर सिस्टम लगाएंगे, क्योंकि अगर रेन वाटर सिस्टम लगाने से कुछ बेहतर होता है तो वे ऐसा करने से पीछे नहीं हटेंगे।

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