खरीद एजेंसी व मंडी समितियों के मुलाजिम चुनाव ड्यूटी से मुक्त

सूबे में लोकसभा चुनाव के दौरान गेहूं की खरीद प्रभावित न हो इसके लिए पंजाब सरकार ने राज्य की सभी खरीद एजेंसी के मुलाजिमों व अधिकारियों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त रखा है इस संबंध में सूबे के सभी डिप्टी कमिश्नरों को सरकार की ओर से

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Mar 2019 05:42 PM (IST) Updated:Sat, 23 Mar 2019 05:42 PM (IST)
खरीद एजेंसी व मंडी समितियों के मुलाजिम चुनाव ड्यूटी से मुक्त
खरीद एजेंसी व मंडी समितियों के मुलाजिम चुनाव ड्यूटी से मुक्त

दविदर पाल सिंह, मोगा : सूबे में लोकसभा चुनाव के दौरान गेहूं की खरीद प्रभावित न हो, इसके लिए पंजाब सरकार ने राज्य की सभी खरीद एजेंसी के मुलाजिमों व अधिकारियों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त रखा है। इस संदर्भ में सूबे के सभी डिप्टी कमिश्नरों को सरकार की ओर से आदेश जारी कर दिया गया है।

अतिरिक्त मुख्य सचिव खेतीबाड़ी व किसान भलाई विभाग विश्वजीत खन्ना के हस्ताक्षर से राज्य भर के डिप्टी कमिश्नरों को भेजे आदेश में निर्देश दिए गए हैं कि मंडियों में गेहूं की खरीद करने वाली मार्कफेड, वेयर हाउस, पंजाब एग्रो, पनग्रेन आदि सभी राज्य की खरीद एजेंसियां, मंडी बोर्ड व मार्केट कमेटियों के अधिकारियों व मुलाजिमों की चुनाव ड्यूटी न लगाई जाए।

अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि पंजाब में गेहूं का सीजन एक अप्रैल से 30 मई तक चलता है। राज्य में इस साल करीब 135.40 लाख मीट्रिक टन गेहूं मंडियों में आने की संभावना है, जिसकी खरीद सूबे की 1832 मंडियों में की जाएगी। इस बारे में मार्केट कमेटियों को गेहूं की खरीद के सभी प्रबंध 31 मार्च तक पूरे करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसानों को मंडियों में कोई परेशानी न आए। पत्र में साफ तौर पर कहा गया है कि यदि लोकसभा चुनाव में खरीद एजेंसियों के अधिकारियों व मुलाजिमों की ड्यूटी लगाई जाती है, तो राज्य में गेहूं खरीद प्रबंधों को सही तरीके से पूरा करने में मुश्किल होगी।

--------------------

ड्यूटी कटवाना अब आसान नहीं

इस बीच हर बार चुनाव में जो मुलाजिम ड्यूटी कटवाने के चक्कर में रहते हैं, उनके लिए इस बार चुनाव आयोग ने मुश्किल खड़ी कर दी है। राज्य चुनाव अधिकारी की ओर से जिला निर्वाचन अधिकारियों को हिदायत जारी की गई है कि किसी भी कर्मचारी की ड्यूटी पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी की मंजूरी के बिना न काटी जाए। ड्यूटी काटते समय संबंधित मुलाजिम से इसके कारणों के पुख्ता प्रमाण हासिल किए जाएं।

chat bot
आपका साथी