ससुर को बचाने पहुंची बहू की बेरहमी से पिटाई, गर्भ में बच्चे की मौत

फोटो-50 पुलिस ने दर्ज नहीं किए बयान थाने में लिखित शिकायत फिर भी एएसआइ मुकरा जमीन पर कब्जे की नीयत से दबंगों ने की मारपीट चार दिन से ससुर व बहू अस्पताल में भर्ती

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Jul 2019 09:44 PM (IST) Updated:Thu, 04 Jul 2019 06:27 AM (IST)
ससुर को बचाने पहुंची बहू की बेरहमी से पिटाई, गर्भ में बच्चे की मौत
ससुर को बचाने पहुंची बहू की बेरहमी से पिटाई, गर्भ में बच्चे की मौत

जागरण संवाददाता, मोगा : बाप-बेटे की दो एकड़ जमीन पर कब्जा करने की नीयत से कुछ दबंगों ने एक व्यक्ति के साथ न सिर्फ जमकर मारपीट की, बल्कि उसे बचाने आई छह महीने की गर्भवती पुत्रवधू को भी बेरहमी से पीटा, जिसके चलते के गर्भ में पल रहे शिशु की हालत गंभीर होने के चलते चिकित्सकों ने गर्भपात की सलाह दी है। पीड़ित महिला व उसका ससुर पिछले चार दिन से मोगा के सिविल अस्पताल में भर्ती हैं, लेकिन फिरोजपुर जिले के कस्बा जीरा के थाना सदर की पुलिस ने अभी तक बयान भी दर्ज नहीं किए हैं।

जानकारी के अनुसार कस्बा जीरा के गांव जुइंयांवाला (जीरा) निवासी रंजीत सिंह व उसके पिता करनैल सिंह के पास एक-एक एकड़ खेती योग्य जमीन है। रंजीत सिंह मजदूरी करके परिवार का पालन करता है, आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण गांव के कुछ दबंग स्थानीय पुलिस की मदद से उसकी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं। पीडि़तों ने बताया कि 13 जून को आरोपितों ने उन पर हमला बोला, उस समय भी जीरा के थाना सदर में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस की मिलीभगत होने के कारण पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। रंजीत सिंह का कहना है कि 31 जून शाम को लगभग साढ़े पांच बजे वे अपने खेत में पनीरी लगा रहे थे। इसी दौरान आरोपितों ने उसके पिता करनैल सिंह पर हमला कर बेरहमी से मारपीट शुरू कर दी। शोर शराबा सुनकर करनैल सिंह की पुत्रवधू मनप्रीत कौर ने ससुर को बचाने की कोशिश की तो हमलावरों में शामिल महिलाओं ने छह महीने की गर्भवती मनप्रीत के साथ भी मारपीट शुरू कर दी। बाद में हमलावरों ने अपनी छतों पर चढ़कर रंजीत के घर पर पथराव कर तोड़फोड़ कर डाली।

उधर मारपीट से मनप्रीत की हालत खराब होने के कारण उसे परिजन पहले मोगा के कोटइसे खां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लेकर आए, लेकिन हालत गंभीर होने के कारण उसे मोगा सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां मनप्रीत को आईसीयू में भर्ती किया गया है, चिकित्सकों का कहना है कि गर्भ में बच्चे की मौत हो चुकी है, अब उसकी सफाई करनी पड़ी। रंजीत सिंह का कहना है कि इतने बड़े अन्याय के बावजूद पुलिस कोई सुनवाई नहीं कर रही है।

पुलिस के पास नहीं आई शिकायत : एएसआइ

थाना सदर जीरा के एएसआइ कुलवंत सिंह का कहना है कि उनके पास कोई शिकायत नहीं आई है, उधर पीड़ित ने थाने की रिसीव कॉपी दिखाते हुए कहा है कि घटना वाले दिन पहले 100 नंबर पर फोन किया था, बाद में थाना में जाकर शिकायत दर्ज कराई थी।

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