सड़कों पर फेंके जा रहे पशुओं के शव, निगम भी बेबस

मोगा : नगर निगम द्वारा शहर की हद से मुर्दा पशु उठाने का कार्य ठेके पर न दिए जाने के कारण आज जहां लोग मुर्दा पशुओं को सड़कों पर फेंकने को मजबूर हो रहे हैं, वहीं शहर में चोरी छिपे मुर्दा पशु उठाने का कार्य करने वाले लोगों द्वारा कुछ आहाता संचालक से मोटा पैसा लेकर पशु उठाने का कार्य भी किया जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 06:19 PM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 06:19 PM (IST)
सड़कों पर फेंके जा रहे पशुओं के शव, निगम भी बेबस
सड़कों पर फेंके जा रहे पशुओं के शव, निगम भी बेबस

संवाद सहयोगी, मोगा : नगर निगम द्वारा शहर की हद से मुर्दा पशु उठाने का कार्य ठेके पर न दिए जाने के कारण आज जहां लोग मुर्दा पशुओं को सड़कों पर फेंकने को मजबूर हो रहे हैं, वहीं शहर में चोरी छिपे मुर्दा पशु उठाने का कार्य करने वाले लोगों द्वारा कुछ आहाता संचालक से मोटा पैसा लेकर पशु उठाने का कार्य भी किया जाता है। जिनके द्वारा या तो अपने घरों के अंदर या फिर शहर के बाहर इलाके में जाकर पशुओं की खाल उतारने का कार्य किया जा रहा है, जिसके कारण उक्त इलाके में बदबू फैलने के साथ आवारा कुत्तों की संख्या भी बढ़ गई है। बता दें कि शहर के कोटकपूरा रोड, लाल सिंह रोड सहित सेम नाले के पास लोगों की ओर से सड़क के किनारे मुर्दा पशु फेंक दिए जाते हैं। मोगा के हरगो¨बद नगर में रहने वाले समाज सेवी नानक ¨सह ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा मुर्दा पशुओं को चोरी छिपे मोगा बहोना रोड के पास गुजरने वाली से नाले में रात के अंधेरे में फेंक दिया जाता है, जिसके कारण आसपास इलाके में बदबू का आलम छाने के साथ-साथ बीमारी पैदा होने का भय सताने लगता है । पैसे देकर उठाने पड़ते हैं मुर्दा पशु : शादी लाल

बहोना चौक के नजदीक पशुओं का कारोबार करने वाले शादी लाल ने बताया कि गत दिनों उनकी गाय की अचानक मौत हो गई। उन्होंने कई बार नगर निगम के रह चुके ठेकेदार से संपर्क किया। लेकिन उसने पशु उठाने से मना कर दिया । इसके उपरांत जब उन्होंने आसपास झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले मुर्दा उठाने का काम करने वाले लोगों से पूछा तो उन्होंने मोटी राशि की मांग की । जिसको लेकर उन्होंने मजबूरी वश कुछ पैसे देकर अपनी गाय को उठाया ।

रात के समय फेंके जाते हैं पशुओं के शव

जीटी रोड पर सैर करने वाले जगराज ¨सह, प्रदीप ¨सह व अन्य ने कहा कि कुछ आहाता संचालकों द्वारा रात के अंधेरे में खाली प्लाट या जीटी रोड सड़क किनारे के आस पास मुर्दा पशुओं को फेंकने का कार्य किया जा रहा है, जिसके कारण उस इलाके में खूंखार कुत्तों की आमद तो बढ़ती जा रही है। कुत्तों द्वारा मुर्दा पशुओं के अवशेषों को सड़कों पर घसीटा भी जाता देखा जा चुका है। गांव की हद में जाकर काटे जाते हैं पशु

नगर निगम के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चाहे अभी नगर निगम ने मुर्दा पशु उठाने का कार्य ठेके पर नहीं दिया है। फिर भी शहर में मुर्दा पशु उठाने का काम करने वाले के कुछ लोगों द्वारा शहर की हद को छोड़कर गांव की शामलाट जमीन या गांव की हड्डारोडी में जाकर पशुओं को काटने का कार्य किया जाना एक एक बड़ी गंभीर समस्या बन रहा है। कोट्स

नगर निगम कमिश्नर अनीता दर्शी ने बताया कि एक समस्या उनके ध्यान में है । जिसको लेकर वह आगामी दिनों में एक विशेष बैठक बुलाकर मुर्दा पशु उठाने वाले ठेकेदारों से बातचीत कर ठेका तय कर देंगे

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