दल बदलुओं को शिअद, कांग्रेस ने नकारा

मोगा फरीदकोट लोकसभा सीट से कांग्रेस व शिअद ने चुनाव के एन मौके पर पाला बदलने वालों को करारा झटका दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Apr 2019 10:47 PM (IST) Updated:Sun, 07 Apr 2019 10:47 PM (IST)
दल बदलुओं को शिअद, कांग्रेस ने नकारा
दल बदलुओं को शिअद, कांग्रेस ने नकारा

जागरण संवाददाता, मोगा :फरीदकोट लोकसभा सीट से कांग्रेस व शिअद ने चुनाव के एन मौके पर पाला बदलने वालों को करारा झटका दिया है।

हालांकि अजीत सिंह खेमा पूरी तरह दो दिन से शांत दिख रहा है, लेकिन जोगिदर सिंह पंजगराईं खेमा टिकट न मिलने पर भी खुश है, क्योंकि उन्हें अपने राजनीतिक धुर विरोधी सादिक से को पटकनी देने का मौका मिल गया है।

लोकसभा चुनाव का ऐलान होने के कुछ समय पहले ही निहालसिंह वाला के पूर्व विधायक अजित सिंह शांत अकाली दल छोड़कर वापस कांग्रेस में शामिल हुए थे, जबकि जैतों से विधायक रह चुके जोगिजर सिंह पंजगराईं ने कांग्रेस का दामन छोड़कर अकाली दल में शामिल हुए थे। दोनों ही पूर्व विधायक टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन दोनों ही पार्टियों ने उन्हें नकार दिया।

गौरतलब है कि अजित सिंह शांत साल 2002 में अकाली दल की सीट से चुनाव लड़कर पहली बार विधानसभा में पहुंचे थे। सूबे में तब कांग्रेस की सरकार बनने पर वे कांग्रेस में शामिल हो गए थे। साल 2014 में अजित सिंह शांत ने लोकसभा सीट के लिए दावेदारी की थी, लेकिन टिकट न मिलने पर वे अकाली दल में चले गए थे। इस बार फिर फिर उन्होंने लोकसभा के लिए चुनाव मैदान में कूदने की चाहत से चुनाव की घोषणा होते ही कांग्रेस में वापसी कर ली थी, अंतिम समय तक वे टिकट की दावेदारी में भी शामिल रहे, लेकिन कांग्रेस ने शांत पर नहीं पूर्व विधायक मोहम्मद सादिक पर विश्वास जताया।

उधर कांग्रेस छोड़कर अकाली दल में शामिल हुए जोगिदर सिंह पंजगराईं भी टिकट की दावेदारी में शामिल रहे, लेकिन उनके लिए स्थिति दूसरी रही। वे लोकसभा चुनाव से ज्यादा अपने धुर विरोधी मोहम्मद सदिक को राजनीतिक क्षेत्र में पटकनी देना चाहते थे। अकाली दल में शामिल होने के बाद उन्हें अब खुलकर सादिक के विरोध में मोर्चा खोलने का मौका मिल गया है, यही वजह है कि रणीके की टिकट फाइनल होने पर उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए उनका पूरा समर्थन करने का ऐलान कर दिया है।

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