मंडी में लगे गेहूं के अंबार, प्रशासन लाचार

फोटो -52 -पांच लाख गेहूं की बोरियां पड़ी हैं खुले आसमान के नीचे लिफ्टिग का इंतजाम नहीं -आढ़तियों ने दी चेतावनी-आज बोरी की गिनतियां कर सौंपेगे डीएफएससी को -48 घंटे में किसानों को भुगतान का दावा 72 घंटे बाद में किसानों कर रहे इंतजार

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 May 2019 10:38 PM (IST) Updated:Fri, 03 May 2019 06:22 AM (IST)
मंडी में लगे गेहूं के अंबार, प्रशासन लाचार
मंडी में लगे गेहूं के अंबार, प्रशासन लाचार

सूरज जैन, मोगा : अनाज मंडी में लिफ्टिग की व्यवस्था पूरी तरह चरमराती नजर आने लगी है, जिससे किसानों व आढ़तियों में भारी आक्रोश है। मंडी में हालत गंभीर होते देख आढ़तियों ने वीरवार को बैठक करने के बाद चेतावनी दे दी है कि वे शुक्रवार को सुबह दस बजे डीएफएससी एस देवगुन से मिलकर मंडी में रखी बोरियों की गिनती कर उन्हें सौंप देंगे, उसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। आढ़तियों ने साफ कहा है कि इस गेहूं के खरीद प्रबंधन बेहद खराब हैं, लिफ्टिग की स्थिति तो बहुत ज्यादा खराब है।

आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान रणवीर सिंह लाली व सचिव दीपक तायल ने बताया कि अप्रैल से मोगा की अनाज मंडी में गेहूं की खरीद शुरू हुई थी आज तक मंडी में लिफ्टिग की स्पीड बहुत कम रही है जिसके चलते मंडी में आज पांच लाख से ज्यादा गेहूं की भरी हुई बोरियां खुले आसमान के नीचे पड़ी हैं। उन्होंने कहा आए दिन मौसम खराब हो रहा है बारिश कभी भी हो सकती है जिससे बोरी में पड़ा अनाज खराब हो सकता है जिसको लेकर उन्होंने आज एक बैठक कर फैसला लिया है कि शुक्रवार को फूड सप्लाई कंट्रोलर से मिलकर वह मंडी में पड़ी बोरियों की जिम्मेदारी सरकार को सौंपेंगे। इस वक्त 40 करोड़से ज्यादा गेहूं की अदायगी मंडी के आढ़तियों की बकाया पड़ी है। सरकार 48 घंटे में किसानों को अदायगी करने का दावा कर रही है, जबकि 72 घंटे से ज्यादा समय बाद भी किसानों को भुगतान नहीं हो पा रहा है। इस मौके मौके आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान रणवीर सिंह, सचिव दीपक तायल, नैब सिंह, प्रदीप कुमार ललित कुमार समीर जैन संजीव कुमार, निहाल सिंह, सूरज मित्तल, कश्मीरी लाल, पुरुषोत्तम शर्मा के अतिरिक्त अन्य मौजूद थे। गेहूं की हुई 87 फीसद अदायगी : बूटा सिंह

मार्कफेड के जिला मैनेजर बूटा सिंह ने बताया कि 22 अप्रैल से मोगा की अनाज मंडी में गेहूं की खरीद शुरू हुई थी उस दिन से लेकर आज तक एजेंसी द्वारा 133000 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई। है। जिसमें से 39000 मीट्रिक टन गेहूं की लिफ्टिग करवा ली गई है जबकि 93 हजार मीट्रिक टन बकाया पड़ी है उन्होंने बताया कि खरीद किए गए गेहूं की 87 फीसद तक अदायगी की जा चुकी है जल्द किया जाएगा समस्या का हल

जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक एस देवगुन ने बताया कि इस बार ट्रांसपोर्टेशन के लिए ट्रैक्टर ट्रालियों को अनुमति न देने के कारण ये स्थिति बनी है। जल्द ही इस समस्या का हल निकाल लिया जाएगा। अब तक मंडियों में छह लाख टन गेहूं की आमद हो चुकी है, जिसमें से 2.40 लाख टन की लिफ्टिग की जा चुकी है।

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