शीतलहर से फिर ठिठुरा शहर, जनजीवन रहा प्रभावित

। शहर में शनिवार का दिन ठिठुरन से भरा रहा। सुबह आठ बजे के करीब ज्यादातर लोग पार्कों में मार्निंग वाक कर रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 10:54 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 10:54 PM (IST)
शीतलहर से फिर ठिठुरा शहर, जनजीवन रहा प्रभावित
शीतलहर से फिर ठिठुरा शहर, जनजीवन रहा प्रभावित

जागरण संवाददाता.मोगा

शहर में शनिवार का दिन ठिठुरन से भरा रहा। सुबह आठ बजे के करीब ज्यादातर लोग पार्कों में मार्निंग वाक कर रहे थे। कुछ पल के लिए उम्मीद बनकर बादलों के झरोखे से सूरज ने झांका। आधे घंटे के लिए हल्की सी धूप निकली, बाद में पूरे दिन शीतलहर चलती रही। उत्तर से पश्चिम की ओर आठ किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से शीतलहर चलती रही। घने बादल आसमान में छाए रहे, कई बार बारिश होने की आशंका भी हुई लेकिन दिन भर बिन बरसे बादल सर्दी का अहसास कराते रहे।

मौसम विभाग के अनुसार शहर में न्यूनतम तापमान एक दिन के मुकाबले पांच डिग्री सेल्सियस गिरकर सात डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। शहर का अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। रविवार को अधिकतम व न्यूनतम तापमान एक-एक डिग्री और गिरने का अनुमान है। नमी 96 प्रतिशत रही। सुबह तेज रफ्तार से चली शीतलहर के कारण दिनचर्या देर से शुरू हो सकी। लोग जरूरी काम से ही घरों से निकले।

बाबा दरीयाई नाथ का वार्षिक भंडारा लगाया स्थानीय मोहल्ला बेरिया स्थित बाबा दुर्गा नाथ डेरा में बाबा दरीयाई नाथ का वार्षिक भंडारा हवन-यज्ञ के साथ लगाया गया।

सर्वप्रथम डेरे के सेवादारों ने डेरे में स्थापित बाबा की समाधि पर पुष्प अर्पित किए। इस उपरांत हवन-यज्ञ किया गया। दूर-दूर से आए-आए संत महापुरुषों ने हवन-यज्ञ में आहुतियां डालकर सरबत के भले की कामना की। इस दौरान संत बाबा जेई नाथ, बाबा निर्मल नाथ व बाबा सुभाष नाथ ने पूर्णाहुति डालते हुए कहा कि परमात्मा की भक्ति से बड़ा कोई भी कार्य नहीं है। यह परमार्थ का मार्ग है। जो अच्छे कर्मो से मनुष्य जीवन मिला है उसे प्रभु भक्ति में लगाना चाहिए। हमें ऐसे महापुरुषों के समागम में बढ़-चढ़ कर भाग लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज देश में कोरोना महामारी फैली हुई है। ऐसे में हवन- यज्ञ और प्रभु नाम की भक्ति ही एक ऐसा मार्ग है जो इस आपदा से हमें मुक्ति दिला सकता है।

डेरे में पहुंचे समाज सेवी राकेश मंगला सोनी ने कहा कि वह बचपन से ही इस डेरे के साथ हुए जुड़े हैं। डेरे में युवा पीढ़ी को भारतीय सनातन संस्कृति की जानकारी दी जाती है। युवा पीढ़ी को ऐसे धार्मिक समागमों में बढ़बढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए। इस दौरान गायको ने भजनों से संतों की महिमा का व्याख्यान किया। इस मौके पर समाज सेवी सोनी मंगला, प्रधान जगदीश बिल्ला, जगतार सिंह,महिदर सिंह, लाभ सिंह, मोनू भट्टी, केएस भट्टी, मिटू मंडेला, पम्मा, मनी आदि मौजूद थे।

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