तारीख पर तारीख, नहीं हो रहा डोप टेस्ट

मोगा : सिविल अस्पताल में डोप टेस्ट करवाने के लिए लोगों को पहले तारीख लेनी पड़ रही है, जिससे बार-बार चक्कर लगाने पर भी लोगों के डोप टेस्ट नहीं हो रहे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Jul 2018 04:35 PM (IST) Updated:Mon, 30 Jul 2018 04:35 PM (IST)
तारीख पर तारीख, नहीं हो रहा डोप टेस्ट
तारीख पर तारीख, नहीं हो रहा डोप टेस्ट

रोहित शर्मा, मोगा : सिविल अस्पताल में डोप टेस्ट करवाने के लिए लोगों को पहले तारीख लेनी पड़ रही है, जिससे बार-बार चक्कर लगाने पर भी लोगों के डोप टेस्ट नहीं हो रहे।

सिविल अस्पताल में सोमवार को एक निहंग लैब में पर्ची कटवाकर डोप टेस्ट करवाने के लिए गया तो लैब में काम करने वाले कर्मचारी ने उसकी पर्ची पर दस दिन बाद की तारीख लिख दी। जिस पर निहंग ने कर्मचारी को तर्क देते हुए कहा कि तारीख तो अदालत में मिलती है डोप टेस्ट के लिए कैसी तारीख। कर्मचारी ने बिना कोई बात सुने दस दिन बाद आने की बात कही तो निहंग ने अपने मोबाइल से उस कर्मचारी की वीडियो बनाते हुए डोप टेस्ट के लिए तारीख देने का कारण पूछना शुरू कर दिया। जब लैब कर्मचारी ने देखा कि उसकी वीडियो बनाई जा रही है तो उसने तुरंत लैब का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। वहीं निहंग ने आरोप लगाए हैं कि लैब कर्मचारी ने उसके साथ धक्कामुक्की की है।

सिविल अस्पताल मोगा के एसएमओ डॉ. राजेश अत्री को लिखित शिकायत देकर निहंग ज¨तदर ¨सह विक्की ने आरोप लगाए कि लैब कर्मचारी द्वारा जब उसे डोप टेस्ट के लिए दस दिन की तारीख दी गई तो उसने कर्मचारी से महज इतना ही पूछा कि डोप टेस्ट के लिए दस दिन का समय क्यों, लिखित में बताया जाए, तो कर्मचारी ने बिना उसका बात सुने उसे धक्का देकर लैब का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। एसएमओ ने निहंग ज¨तदर ¨सह की शिकायत स्वीकार करते हुए कल ही उसका डोप टेस्ट करवाने की बात कही है। वहीं पता चला है कि लैब कर्मचारी मंदीप ¨सह ने भी निहंग ज¨तदर ¨सह विक्की के खिलाफ एसएमओ को लिखित शिकायत देकर दु‌र्व्यवहार का आरोप लगाया है। गांव घलकलां से डोप टेस्ट करवाने के लिए आए जस¨वदर ¨सह और निहंग ज¨तदर ¨सह ने कहा कि सिफारशी लोगों को डोप टेस्ट के लिए लैब स्टाफ द्वारा सिफारिशी लोगों पहल दी जा रही है, जबकि अन्य को तारीख पर तारीख दी जा रही है। सिफारशी को पहल अन्य को तारीख : जसविंदर सिंह

गांव घलकलां से डोप टेस्ट करवाए आए निहंग ने कहा कि अगर लैब स्टाफ इमानदारी से अपना काम करे तो आम लोगों को अस्पताल में चक्कर काटने को मजबूर नहीं होना पड़ेगा। निहंग ज¨तदर ¨सह और जस¨वदर ¨सह ने बताया कि असलाह लाइसेंस के लिए वह सिविल अस्पताल से डोप टेस्ट करवाने के लिए आए थे, लेकिन अस्पताल के लैब स्टाफ द्वारा उन्हें त्वज्जो नहीं दी गई और दस दिन बाद की तारीख का फरमान सुना दिया गया। राजनीतिक दखल के बाद सुलझा मामला

मामला गर्माने के बाद जब शिकायतकर्ता ज¨तदर ¨सह विधायक डॉ. हरजोत कमल के दरबार पहुंच गया तो राजनीतिक दखल के बाद तुरंत ही मामला सुलझ गया। ज¨तदर ¨सह के अनुसार विधायक के फोन के बाद अस्पताल प्रबंधन ने उसे कल आकर डोप टेस्ट करवाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि अस्पताल स्टाफ की लोगों के प्रति रवैया बिलकुल गलत है, वह आज अपने साथियों को लेकर डोप टेस्ट करवाने के लिए जाएंगे, ताकि अस्पताल प्रबंधन द्वारा उनपर बेबुनियाद आरोप न लगाए जा सके। फोटो-27

डॉक्टर छुट्टी पर इसलिए नही हो रहे डोप टेस्ट

सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉक्टर राजेश अत्री का कहना है कि डोप टेस्ट करना वाली डाक्टर रीतू जैन छुट्टी पर चल रही है, जिस कारण इन दिनों थोड़ी परेशानी आ रही है। उन्होंने कहा कि लैब कर्मचारियों द्वारा बावजूद इसके रोजाना के 15 से 20 डोप टेस्ट किए जा रहें हैं। लगभग 100 से अधिक मरीज वे¨टग में होने के चलते डोप टेस्ट के लिए तारीख दी जा रही है।

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