बच्चों को चंद्रयान-2 के बारे में करवाया अवगत

मोगा डॉ. सैफुद्दीन किचलू पब्लिक सीनियर सैकेंडरी स्कूल केपीएस में मंगलवार को स्कूल के साइंस क्लब के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में बच्चों को चंद्रयान-2 (रॉकेट) के रोमांचक व अंतरिक्ष विज्ञान में भारत के बढ़ते कदमों की विस्तार से जानकारी दी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Jul 2019 04:09 PM (IST) Updated:Tue, 30 Jul 2019 04:09 PM (IST)
बच्चों को चंद्रयान-2 के बारे में करवाया अवगत
बच्चों को चंद्रयान-2 के बारे में करवाया अवगत

जागरण संवाददाता, मोगा : डॉ. सैफुद्दीन किचलू पब्लिक सीनियर सैकेंडरी स्कूल केपीएस में मंगलवार को स्कूल के साइंस क्लब के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में बच्चों को चंद्रयान-2 (रॉकेट) के रोमांचक व अंतरिक्ष विज्ञान में भारत के बढ़ते कदमों की विस्तार से जानकारी दी। चन्द्रयान-2 की लांचिग से लेकर अंतरिक्ष में पहुंचने का पूरा लाइव प्रदर्शन डिजिटल बोर्ड पर दिखाया

कार्यक्रम में स्कूल के कोऑर्डिनेटर अनंत नारायण ने बताया कि चंद्रयान 2 भारतीय चंद्र मिशन है जो चांद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में उतरेगा जहां अभी तक कोई देश नहीं पहुंचा है। उन्होंने बताया कि चंद्रमा पृथ्वी का न•ादीकी उपग्रह है जिसके माध्यम से अंतरिक्ष में खोज के प्रयास किए जा सकते हैं और इससे संबंध आंकड़े भी एकत्र किए जा सकते हैं। चंद्रयान 2, खोज के एक नए युग को बढ़ावा देगा। साथ ही अंतरिक्ष के प्रति हमारी समझ बढ़ाने, प्रौद्योगिकी की प्रगति को बढ़ावा देगा। रिसर्च करने वालों व वैज्ञानिकों की भावी पीढ़ी को प्रेरित करने में भी सहायक होगा।

उन्होंने बताया कि चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव विशेष रूप से दिलचस्प है क्योंकि इसकी सतह का बड़ा हिस्सा उत्तरी ध्रुव की तुलना में अधिक छाया में रहता है। इसके चारों ओर स्थायी रूप से छाया में रहने वाले इन क्षेत्रों में पानी होने की संभावना है। चांद के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र के ठंडे क्रेटर्स (गड्ढों) में प्रारंभिक सौर प्रणाली के लुप्त जीवाश्म रिकॉर्ड मौजूद हैं। इस मौके पर डीन मलकीत सिंह एवं प्रिसिपल हेमप्रभा सूद भी मौजूद थे।

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