पुस्तकें वितरित कर नशा छोड़ने की दी सीख

मोगा भारतीय जागृति मंच मोगा की ओर से सरकारी अस्पताल मोगा के ओएसटी सेंटर में उपचार के लिए आये मरीजों को नशा छुड़ाने के लिए प्रेरित करने हेतु पुस्तक अपनी जवानी नशे विच न रोलो एह कीमती है वितरित की गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 May 2019 06:35 PM (IST) Updated:Sun, 19 May 2019 06:32 AM (IST)
पुस्तकें वितरित कर नशा छोड़ने की दी सीख
पुस्तकें वितरित कर नशा छोड़ने की दी सीख

संवाद सहयोगी, मोगा : भारतीय जागृति मंच मोगा की ओर से सरकारी अस्पताल मोगा के ओएसटी सेंटर में उपचार के लिए आये मरीजों को नशा छुड़ाने के लिए प्रेरित करने हेतु पुस्तक 'अपनी जवानी नशे विच न रोलो एह कीमती है, वितरित की गई।

इस मौके मंच के मुख्य संस्थापक डॉ. दीपक कोछड़ ने मरीजों को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि नशा एक धीमा जहर है। पहले नशे को लोग खाते हो बाद में नशा खुद को खा जाता है। इसलिए जागो व नशों को त्यागो। डॉ. कोछड़ ने बताया कि इस पुस्तक में नशा क्या है, क्यों है। इससे होने वाले नुकसान तथा नशों से सुचेत करके इससे बचाव हेतु जानकारियां दी गई हैं। उन्होंने बताया कि सिविल अस्पताल के एचआइवी पीड़ित मरीजों को सप्ताह में 2 बार डाइट मंच द्वारा दी जाएगी। इस मौके पर अस्पताल के मेडिकल अफसर डॉ. नवनीत ने बताया कि सिविल अस्पताल में 450 के करीब मरीज नशा छुड़ाने हेतु रोजाना आ रहे है। इस अवसर पर मंच के चेयरमैन वेद व्यास कांसल, मनदीप कपूर, कुलभूषण गोयल के अलावा सरकारी अस्पताल की कौंसलर बबिता, स्टाफ नर्स हरजीत कौर, रिकू, रमनदीप कौर व अन्य उपस्थित थे।

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