साधु ¨सह तख्तूपुरा के कातिलों को बरी पर गरजे किसान

जागरण संवाददाता, मोगा साधु ¨सह तख्तूपुरा के कातिलों को बरी करने के विरोध में मंगलवार को भारतीय

By Edited By: Publish:Tue, 04 Aug 2015 07:36 PM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2015 07:36 PM (IST)
साधु ¨सह तख्तूपुरा के कातिलों 
को बरी पर गरजे किसान

जागरण संवाददाता, मोगा

साधु ¨सह तख्तूपुरा के कातिलों को बरी करने के विरोध में मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहां) की अगुआई में सैकड़ों किसान-मजदूरों प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि ने शहीद तखतूपुरा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को तोड़-मरोड़ कर कातिलों को बरी करवाया गया है।

तरलोक ¨सह हिम्मतपुरा व जिला प्रधान अमरजीत ¨सह सैदोके ने कहा कि शहीद साधु ¨सह तख्तूपुरा के कत्ल के मुख्य आरोपी को केस से बाहर रखकर पुलिस ने कातिलों को बरी करवाने में मदद की। उन्होंने कहा कि अदालत का फैसला अति निराशाजनक व दुखदायी है। यूनियन नेताओं के अनुसार 16 फरवरी 2010 को अमृतसर के गांव ¨भडी औलख के नजदीक दिनदहाड़े जीप में जा रहे किसानों पर भू-माफिया गिरोह ने जानलेवा हमला बोलकर साधु ¨सह तख्तूपुरा को की हत्या कर दी थी, जबकि तख्तूपुरा को छुड़ा रहे 3-4 किसानों को गंभीर घायल कर दिया था। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस और सरकार शुरू से ही कत्ल के आरोपियों को बचाने की चाल चल रही थी। कत्ल की साजिश के मुख्य सूत्रधार सत्ताधारी अकाली नेताओं समेत रछपाल ¨सह को बचाने के लिए उनके खिलाफ सुबूत ही एकत्र नहीं किए गए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने यह बयान रिकार्ड में दर्ज नहीं किया जिस कारण नेता वीर ¨सह लोपोके समेत चार लोगों को बरी कर दिया गया, जबकि एक आरोपी संदीप ¨सह की गवाह बनने की अर्जी को भी नजरअंदाज कर दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने एलान किया कि प्रदेशभर में प्रदर्शन किए जाएंगे और मामले को हाईकोर्ट में चुनौती दी जाएगी।

इस के मौके कुलदीप कौर कुस्सा, नच्छततर ¨सह झंडेवाला, बलौर ¨सह, गुरमीत ¨सह किशनपुरा उपस्थित थे।

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