ठेकेदारों व विभाग की मिलीभगत से हो रहा राशन खुर्दबुर्द

जेएनएन, मोगा पनसप द्वारा जिले के छह सेंटरों के लिए जुलाई 2014 में दो ठेकेदारों को मिड-डे मील के त

By Edited By: Publish:Sat, 22 Nov 2014 06:17 PM (IST) Updated:Sat, 22 Nov 2014 06:17 PM (IST)
ठेकेदारों व विभाग की मिलीभगत से हो रहा राशन खुर्दबुर्द

जेएनएन, मोगा

पनसप द्वारा जिले के छह सेंटरों के लिए जुलाई 2014 में दो ठेकेदारों को मिड-डे मील के तहत स्कूलों को सप्लाई होने वाला गेहूं चावल का ठेका दिया गया था। विभाग के नियमों के अनुसार ठेकेदार एफसीआइ के गोदाम से गेहूं व चावल उठाकर पनसप के गोदाम में रखेंगे, लेकिन नियमों को ताक पर रखकर यह गेहूं-चावल नई दाना मंडी स्थित दो दुकानों में उतारकर स्कूलों को बिना तोल सप्लाई किया जा रहा है। जिसको लेकर कंज्यूमर एसोसिएशन ने जिला प्रशासन व खाद्य आपूर्ति विभाग से इस मामले की जांच की मांग की है।

जानकारी के अनुसार पिछले साल जहां मिड-डे मील के छह ठेकेदारों ने टेंडर डालकर ठेका लिया था, वहीं साल 2014-15 के लिए जिले में मात्र दो ठेकेदारों के पास ही राशन उठाने व आगे स्कूलों में सप्लाई देने का ठेका है। इस बार विभाग ने ठेकेदारों के लिए नियमों में बदलाव करते हुए प्रति माह अलाट होने वाले गेहूं व चावल का स्टाफ एफसीआइ के गोदाम से उठाकर पनसप के गोदाम में पहुंचाना होता हैं। इसके उपरांत विभाग के अधिकारी की मौजूदगी में वहां से ठेकेदारों के वाहनों पर गेहूं व चावल लोड करवाकर आगे स्कूलों में सप्लाई के लिए भेजने का नियम है, लेकिन पिछले चार माह से ठेके दार व पनसप के अधिकारियों की मिलीभगत से मिड-डे मील का राशन एफसीआइ के गोदाम से उठाकर नई दाना मंडी स्थित दो दुकानों में उतारा जा रहा है तथा वहां से ठेकेदार स्कूलों को वाहनों के जरिए सप्लाई भेजते हैं।

बताया जा रहा है कि ठेकेदार प्रति बोरी लगभग दो किलो गेहूं व चावल निकालकर आगे स्कूलों में सप्लाई के लिए भेजते हैं। नियमों के अनुसार जिस वाहन से स्कूलों में गेहूं व चावल ठेकेदार द्वारा सप्लाई के लिए जाता है उस वाहन में कंडा होना जरूरी है।

दूसरी ओर पनसप के जिला मैनेजर प्रदीप धवन का कहना है कि विभाग के पास स्टाफ नहीं है। जिसके चलते वह पनसप के गोदाम में मिड-डे मील का गेहूं व चावल नहीं रखवा रहे हैं। ऐसे में ठेकेदार के जरिए सीधा सप्लाई हो रहा है।

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