स्कूल में गुंडागर्दी के लगाए आरोपों को नकारा

जिले के कस्बा झुनीर के जीजीएस आदर्श स्कूल के बच्चों, उनके परिजनों, डीपी अध्यापक व प्रिंसिपल के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। यह विवाद करीब एक सप्ताह से चल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Sep 2018 06:40 PM (IST) Updated:Sun, 16 Sep 2018 06:40 PM (IST)
स्कूल में गुंडागर्दी के लगाए आरोपों को नकारा
स्कूल में गुंडागर्दी के लगाए आरोपों को नकारा

संवाद सहयोगी, मानसा : जिले के कस्बा झुनीर के जीजीएस आदर्श स्कूल के बच्चों, उनके परिजनों, डीपी अध्यापक व प्रिंसिपल के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। यह विवाद करीब एक सप्ताह से चल रहा है। इसके चलते स्कूल के बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। रविवार को मानसा के अपना होटल में लक्खा सिधाणा, स्कूली विद्यार्थी, मामले में नामजद किए गए अध्यापकों व बच्चों के परिजनों ने मीडिया के रूबरू होते हुए एक प्रेस कांफ्रेंस की।

प्रिंसिपल द्वारा उनके स्कूल में की गई गुंडागर्दी के लगाए आरोपों को नकारते हुए उन्होंने स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे चेक करने की माग की। साथ ही प्रदेश सरकार से इस मामले की गहराई से जाच करने की माग की गई।

इस अवसर पर उक्त सभी ने बच्चों के परिजनों व लक्खा सिधाणा ने कहा कि स्कूल प्रिंसिपल को एक बड़े नेता तथा जिला पुलिस की शह प्राप्त है। इसके चलते आज झुनीर थाने के एक एएसआइ की ओर से एक बच्चे के घर फोन कर उन्हें धमकाया गया।

सिधाणा ने कहा कि जो अध्यापकों, बच्चों के परिजनों व उन पर मामला दर्ज किया गया है, वह इससे घबराते नहीं हैं। उन्होंने कहा कि बेशक पूरे स्टाफ को बहाल कर लिया जाए लेकिन प्रिंसिपल को इस स्कूल में नहीं रहने दिया जाएगा। इस अवसर पर आठवीं कक्षा की स्कूली लड़कियों ने आरोप लगाया कि प्रिंसिपल उनके साथ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करती रही है। ऐसे ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करती है कि वह अपने परिजनों को भी नहीं बता सकते। उन्होंने कहा कि स्कूल में समार्ट कक्षा तो है लेकिन कभी विद्यार्थियों की कक्षा नहीं लगाई जाती। तीन माह बाद उनकी वर्दियां बदल दी जाती हैं। लड़कियों ने कहा कि वह अपने डीपी अध्यापक के साथ हैं और अध्यापक को बिना वजह टारगेट कर उन्हें स्कूल से निकाला जा रहा है।

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