अस्पताल में किटें नहीं, डेंगू के मरीजों को जाना पड़ता है मानसा

विनोद जैन, सरदूलगढ़ : सरदूलगढ़ तहसील को डेंगू ने डंक मारना शुरू कर दिया है। अब तक सरदूलगढ़ शहर और आस

By JagranEdited By: Publish:Tue, 16 Oct 2018 11:47 PM (IST) Updated:Tue, 16 Oct 2018 11:47 PM (IST)
अस्पताल में किटें नहीं, डेंगू के मरीजों को जाना पड़ता है मानसा
अस्पताल में किटें नहीं, डेंगू के मरीजों को जाना पड़ता है मानसा

विनोद जैन, सरदूलगढ़ : सरदूलगढ़ तहसील को डेंगू ने डंक मारना शुरू कर दिया है। अब तक सरदूलगढ़ शहर और आसपास के कई गांवों में कई केस सामने आ चुके हैं। सरदूलगढ़ शहर में आज सबसे अधिक लोग डेगूं से पीड़ित है। सरकारी अस्पताल में डेंगू जांच करने वाली किटें नहीं है, जिस कारण मरीजों को मानसा जाना पड़ा रहा है, जबकि मानसा में भी उक्त किटें नही होने के कारण मरीज परेशान हो रहे है। डेंगू पीडितों का इलाज सरदूलगढ़, मानसा, ब¨ठडा, सिरसा और लुधियाना से चल रहा है। वही क्षेत्र में सेहत सहूलीयतों की कारण डेंगू पीडित मरीजों को दूर के व महंगे अस्पतालों में इलाज के लिए जाना पड़ रहा है।

मरीजों के तीमारदारों ने बताया सरदूलगढ़ के अस्पताल में सुविधाओं और डॉक्टरों की कमी होने के कारण उनका मन बाहर के अस्पतालों की ओर हो गया है।

करोड़ों रुपए खर्च किए मगर हो रहा सफेद हाथी

सरदूलगढ़ के सिविल अस्पताल के उपर चाहे पंजाब सरकार ने साढ़े चार करोड़ रुपये खर्च किए है, मगर इसकी बिल¨डग तैयार हो गई है, मगर इस अस्पताल में केवल एक ही एमडी डॉक्टर सोहण लाल अरोड़ा है उनके सिविल अस्पताल सरदूलगड़ के सीनियर मेडीकल अ़फसर का प्रभार है तथा उनको द़फ्तरी काम काम के लिए बाहर जाना पड़ता है। जिस कारण डेंगू के मरीजों को का़फी परेशानी का सामना करना पड़ता है जिस कारण मरीजों को सिरसा,ब¨ठडा और मानसा के प्राईवेट असपताला में अपना इलाज महंगे भाव में करवाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

बाहर के अस्पतालों की ओर बढ़ रहा रुझान

सरदूलगढ़ शहर में सरकारी और अलग अलग प्राईवेटें अस्पतालों में 200 से अधिक मरी•ा बु़खार के साथ पीडित हैं इस के इलावा सरदूलगढ़ सिवल हस्पताल में दाखिल मेजर ¨सह पुत्र गुरदेव ¨सह वासो रोड़ी,पवन कुमार पुत्र भगवान दास वार्ड नंबर 1,नीलम रानी पत्नी बालकृष्ण वार्ड नंबर 6,बिमला देवी पत्नी कृष्ण कुमार निवासी मीरपुर खुर्द,सुरजीत ¨सह पुत्र धन्न ¨सह झंडूके जो कि बु़खार के साथ पीडित हैं और इनके पलैटलस कम हो गए है। इसके इलावा प्रगट ¨सह,बलवीर कौर जटाना कलाँ,गुरतेज ¨सह वार्ड नंबर 4,हरबंस कौर ़खैहरा कलां,सन्दीप कुमार,मनजीत ¨सह,विनोद कुमार,सुखदेव ¨सह,रमनजीत ¨सह आदि मरीजों की डेंगू जांच करने के लिए इनके सैंपल मानसा में भेजे गए,मगर मानसा सिविल अस्पताल में डेंगू चैक करने वाली किटें न होने के कारण इनकी जांच नहीं हो पाई है। जिस कारण इन लोगों में रोष पाया जा रहा है।

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