देखें कोविड काल में भारतीय रेलवे की खतरनाक तस्वीर, लुधियाना में ट्रेनों में ठूंस-ठूंस कर भेजे जा रहे यात्री

लुधियाना में ट्रेनों की बोगियों में ठूंस-ठूंस कर पैसेंजर भेजे जा रहे हैं। रेल विभाग ने कोविड-19 से बचाव के लिए जनरल ट्रेन बंद कर रखी है। जनरल ट्रेनों में वेटिंग टिकट पर सफर करने की कोई सीमा नहीं है।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Wed, 17 Nov 2021 11:59 AM (IST) Updated:Wed, 17 Nov 2021 02:42 PM (IST)
देखें कोविड काल में भारतीय रेलवे की खतरनाक तस्वीर, लुधियाना में ट्रेनों में ठूंस-ठूंस कर भेजे जा रहे यात्री
लुधियाना में ट्रेनों की बोगियों में ठूंस-ठूंस कर भेजे जा रहे पैसेंजर

लुधियाना [डीएल डॉन]। रेलवे ने कोविड-19 से बचाव के लिए जनरल ट्रेनें बंद कर रखी हैं और समान्य ट्रेनों में भी सीट रिजर्वेशन से सफर करने का नियम लागू कर रखा है। इन ट्रेनों में वेटिंग टिकट पर सफर करने की कोई सीमा नहीं है। एक बोगी में 70-75 सीट होती हैं और सैकड़ों आदमी वेटिंग टिकट पर बोगी में घुस जाते हैं। इससे यहां सांस लेना दूभर हो जाता है और कोविड से बचाव के दावों की धज्जियां उड़ जाती है। लगभग ट्रेनों में यही स्थिति है। एक सीट पर जबरन 6 से 7 लोग बैठ रहे हैं। गैलरी में यात्री बेड या सामान रखकर सीट बनाकर बैठ जाते हैं। रेल यात्रियों को ठूंस-ठूंस कर भेजा जा रहा है।

मजबूरी में लोग भेड़ बकरियों की तरह ट्रेनों की बोगियों में बैठे हुए हैं। रिजर्वेशन सीट होने से अधिकतर लोगों को आरक्षित टिकट नसीब नहीं होती है जिससे मजबूर होकर वेटिंग टिकट पर अमानवीय व्यवस्था भी कांप जाए। ट्रेनों में इस कदर यात्रियों को क्यों बिठाया जा रहा है इसका जवाब किसी अधिकारी के पास नहीं है।

रेल विभाग यात्रियों से कर रहा धक्का

लुधियाना से सहरसा जंक्शन के लिए गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन में सफर करने वाले यात्री मोहम्मद असलम जाकिर हुसैन, प्रदीप कुमार, प्रसून कुमार, अमोद कुमार आदि से बात करने पर उन्होंने कहा कि सीट रिजर्व करवाने के लिए आरक्षण केंद्र गए लेकिन वहां पर सीट नहीं उपलब्ध होने के कारण वेटिंग टिकट लेनी पड़ी। उन्होंने कहा कि वेटिंग टिकट पर सफर करने के लिए मजबूरी में उन्हें बोगियों में चढ़ना पड़ा और आलम यह है कि यहां सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि रेल विभाग यात्रियों के साथ धक्का कर रही है। इसलिए बोगियों में ऐसी स्थिति बनी हुई है। प्रसून कुमार ने कहा कि एक और रेलवे बेहिसाब वेटिंग टिकट पर यात्रियों को सफर करवा रही है दूसरी ओर दावा कर रही है कि कोविड-19 से बचाव के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं। ट्रेनों में इस कदर भीड़ और रेलवे बेपरवाह कैसे होगा। कोविड-19 से बचाव इसका जवाब किसी भी अधिकारी के पास नहीं है।

गड़बड़ी की होगी जांच : डीआरएम

ट्रेनों में अमानवीय व्यवस्था के बारे में फिरोजपुर रेल मंडल के डीआरएम सीमा शर्मा से बात करने पर उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव का सभी उपाय किए जा रहे हैं। जब उन्हें बताया गया कि ट्रेनों में भीड़ के कारण कोविड-19 से बचाव का कोई भी नियम नहीं लागू हो पा रहा है तो उन्होंने कहा कि इसकी जांच करवाएंगे।

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