बिट्टू के रोड शो में उड़ी आचार संहिता की धज्जियां, प्रशासन रहा खामोश

लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार व वर्तमान सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने पूरे तामझाम के साथ नामांकन भरा। इस दौरान ढोल नगाड़े खूब बजे।

By Edited By: Publish:Fri, 26 Apr 2019 05:35 AM (IST) Updated:Fri, 26 Apr 2019 05:35 AM (IST)
बिट्टू के रोड शो में उड़ी आचार संहिता की धज्जियां, प्रशासन रहा खामोश
बिट्टू के रोड शो में उड़ी आचार संहिता की धज्जियां, प्रशासन रहा खामोश

जेएनएन, लुधियाना। लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार व वर्तमान सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने पूरे तामझाम के साथ नामांकन भरा। इस दौरान ढोल नगाड़े खूब बजे। होटल पार्क प्लाजा से डीसी दफ्तर की मुख्य फिरोजपुर सड़क को ही बंद कर दिया गया। मुख्य सड़क को शादी समारोह की तरह ट्राई कलर वाले कपड़ों से ढांक दिया गया। जगह-जगह चाय पानी के स्टाल लगे। इतना ही नहीं, सार्वजनिक स्थल का उपयोग जिस तरह से चुनाव प्रचार के लिए किया गया, उस पर प्रशासन ने आंखें मूंद ली। मुख्य सड़क बिना इजाजत के झंडे, प्रचार वाले बैनर और झंडियों से भरी रही। वैसे तो नामांकन के दौरान पांच ही लोग मौजूद रहे, इसका ख्याल रखा गया, लेकिन जुलूस में हजारों लोग और वाहनों के जरिए बिट्टू ने अपनी ताकत का पूरा मुजाहिरा किया।

इस दौरान सड़क पर जोरदार आवाज में देशभक्ति के गाने बज रहे थे। इसके अलावा जुलूस में शामिल ट्रैक्टरों में लगे डीजे ध्वनि प्रदूषण फैलाते रहे। शो में सौ से ज्यादा ट्रैक्टर पूरी सड़क में जाम लगाने को काफी थे। आम लोगों को हुई परेशानी चुनाव आयोग जहां मतदान प्रक्रिया को लोगों के लिए सरल और सुखद बनाकर उन्हें मतदान के लिए प्रेरित कर रहा है। वहीं वीरवार को रोड शो के दौरान मुख्य फिरोजपुर रोड को जुलूस के दौरान पूरी तरह से बंद कर दिया गया। वाहन चालकों को मुख्य सड़क छोड़ आसपास की छोटी गलियों और सड़कों से गुजरना पड़ा। इससे पूरा इलाका जाम हो गया। ट्रैफिक पुलिस को स्थिति से निपटने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।

लोगों का कहना था कि उम्मीदवार जनता को क्या सुविधाएं मुहैया करवाएंगे, जबकि उनके नामांकन के दौरान ही भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान सड़क की दोनों ओर जाम लगा रहा। स्कूलों की छुट्टी होने के समय आने वाली बसों को भी अन्य मार्ग से भेजा गया। ट्रैफिक रोक कर रोड शो में शामिल वाहनों को रवाना किया गया।

डीसी कार्यालय परिसर तक जबरन घुसते रहे कार्यकर्ता

जिला चुनाव अधिकारी सह डीसी के कार्यालय में पहले ही बैरिकेडिंग्स की गई थी, लेकिन लाख रोकने के बावजूद कांग्रेस नेता डीसी कार्यालय तक पहुंचने में सफल रहे। पहले गेट में कांग्रेस के कई नेता धक्के से घुस गए, लेकिन दूसरे गेट में उन्हें रोक लिया गया। इस गेट पर सुरक्षाकर्मियों के पास बाकायदा एक लिस्ट थी कि किस व्यक्ति को अंदर जाने देना है। यहां उन्होंने मेयर बलकार सिंह संधू, कमलजीत सिंह कड़वल, दलजीत गरेवाल भोला, विधायक राकेश पांडे के बेटे दुष्यंत पांडे जैसे लोगों को वहां रोक लिया गया, लेकिन उसके बाद मंत्री के कहने पर उन्हें डीसी कार्यालय परिसर तक जाने दिया गया, लेकिन वह नामांकन स्थल तक नहीं पहुंच पाए। उन्हें एडीसी के कमरे में बैठाया गया।

डीसी कार्यालय के आसपास अवैध विज्ञापन

नामांकन के दौरान डीसी कार्यालय के बाहर स्थित अंडर पाथ और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर चुनावी विज्ञापन के बैनर लगे हुए थे। शो के बाद भी उन स्थानों पर बैनर लगे रहे, जो चुनाव संहिता का उल्लंघन है।

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