समस्या का हल तो दूर, कहां से आ रहे पशु, पता नहीं कर पाया निगम

सड़क व गलियों में अचानक बेसहारा पशुओं की संख्या में बढ़ोतरी हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 Aug 2020 05:30 AM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 06:07 AM (IST)
समस्या का हल तो दूर, कहां से आ रहे पशु, पता नहीं कर पाया निगम
समस्या का हल तो दूर, कहां से आ रहे पशु, पता नहीं कर पाया निगम

जागरण संवाददाता, लुधियाना : सड़क व गलियों में अचानक बेसहारा पशुओं की संख्या में बढ़ोतरी हो गई। यह इन दिनों झुंड बनाकर घूम रहे हैं। हालात यह है कि कई इलाकों में तो पशु घरों में भी घुसने लगे हैं। इससे लोग परेशान हैं। लोग नगर निगम अफसरों को फोन कर रहे हैं तो वहां से सिर्फ आश्वासन मिल रहा है पर समस्या की जस की तस बनी हुई है। लावारिस मवेशियों के झुंड से जहां दुर्घटनाओं का खतरा बना है, वहीं गलियों में लोगों की जान पर संकट मंडरा रहा है।

नगर निगम ने बेसहारा पशुओं की समस्या से निपटने के लिए कई योजनाएं बनाई, लेकिन कोई भी जमीन पर नहीं उतरी। निगम को यह तक पता नहीं लगता कि पशु कहां से आ रहे हैं। इनसे निपटने के लिए निगम की ओर से डेयरी में पशुओं का रजिस्ट्रेशन करवाने और जीपीएस चिप लगाने की योजना बनाई थी जो कागजों तक ही सीमित रह गई। इस वजह से जो गाय दूध देना बंद कर देती है, डेयरी वाले उसे सड़क पर छोड़ देते हैं। डेयरी कांप्लेक्सों में ऐसी सैकड़ों गाय घूम रही हैं। बेसहारा पशुओं की समस्या भी उन्हीं क्षेत्रों में ज्यादा है जहां आसपास डेयरियां हैं। सबसे ज्यादा परेशानी हैबोवाल एरिया और ताजपुर रोड के पास है। हाल ही में हैबोवाल में 30 से 40 बेसहारा पशुओं का झुंड पहुंचा और घरों में घुस गया। इसी तरह ताजपुर रोड पर भी पशुओं का झुंड सड़क पर घूमता रहता है जिससे दो पहिया वाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं।

भगाने पर हमला करते हैं पशु

बेसहारा पशुओं के कारण जस्सियां रोड के आसपास के मोहल्लों में दहशत है। पशुओं का झुंड गलियों में घूम रहा है और वाहनों को नुकसान पहुंचा रहा है। यही नहीं, जो लोग भगाने के लिए आगे आते हैं, तो पशु हमला करने के लिए पीछे पड़ जाते हैं।

विपिन गौड़, जस्सियां रोड वासी काउ सेस किस काम का

नगर निगम लोगों से काउ सेस वसूल रही है, लेकिन इन पशुओं की कोई व्यवस्था नहीं कर रही। इसके कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं और लोगों की जान जा रही है। निगम को कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती।

नीतिश, हैबोवाल वासी

बेसहारा पशुओं को गोबिद गोधाम में रखते हैं। वहां के कर्मचारी पशुओं को सड़क से उठाते हैं। इनको प्रति माह करीब 12 लाख रुपये दे रहे हैं। इसके अलावा अब बुर्ज पवात में भी एक शेड तैयार किया जा रहा है। जहां से शिकायत आ रही हैं वहां से पशुओं को उठाया जा रहा है।

शाम सुंदर मल्होत्रा, सीनियर डिप्टी मेयर लुधियाना

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