लुधियाना में रेलवे कर्मचारियों ने किया एआईआरएफ के आह्वान पर रेल का चक्का जाम

लुधियाना में रेलवे कर्मचारियों ने बुधवार को मीटिंग करके 22 अक्टूबर वीरवार को ट्रेनों का चक्का जाम करने की तैयारियों पर चर्च की। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि जबत केंद्र सरकार उनकी मांगें नहीं मानती तब तक संघर्ष जारी रहेगा। वीरवार को ट्रेनों का परिचालन ठप रखा जाएगा।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 09:55 AM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 09:55 AM (IST)
लुधियाना में रेलवे कर्मचारियों ने किया एआईआरएफ के आह्वान पर रेल का चक्का जाम
केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ रेल कर्मचारी उत्तर भारत में ट्रेनों का चक्का जाम कर रहे हैं।

लुधियाना, जेएनएन। एआईआरएफ के आह्वान पर रेल के कर्मचारियों ने 22 अक्टूबर को रेल का चक्का जाम करने के लिए संघर्ष की तैयारी को लेकर बुधवार देर शाम मीटिंग की। रेलवे कर्मचारियों ने मीटिंग में कहा कि जब तक केंद्र सरकार उनकी मांगें नहीं मानती, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि वे 22 अक्टूबर वीरवार को नॉर्थ इंडिया में ट्रेनों का परिचालन ठप करेंगे। जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानती तब तक वे रेल ट्रैक से नहीं हटेंगे।

वक्ताओं ने कहा कि कर्मचारियों के सामने मोदी सरकार को घुटने टेकने पर मजबूर होना पड़ेगा। कामरेड गौरव शर्मा मेन ब्रांच एनआरएमयू लुधियाना के प्रेसिडेंट ने साथियों से कहा कि वे आने वाले समय में भी इस तरह संघर्ष के लिए तैयार रहें। सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर झंडा उठाएं। उन्होंने कहा कि जो अलाउंस सरकार बंद करने का प्रयास कर रही है, उसके खिलाफ भी संघर्ष की के लिए एआईआरएफ एनआरएमयू हमेशा लामबंद रहेगी।

गौरव शर्मा से पूछा गया कि क्या माल गाड़ियों का भी आवागमन ठप रहेगा तो उन्होंने कहा कि जब तक रेल कर्मचारियों की मांगे पूरी नहीं होती तब तक रेल का चक्का जाम रहेगा। मीटिंग में अशोक कुमार परमजीत सिंह प्रकाश कुमार सुखदेव एमएम मीना अजीत सिंह सुरेंद्र कुमार आदि भी मौजूद रहे।

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