PAU की साइंटिस्ट डॉ. परवीन छुनेजा को मिला नेशनल अवाॅर्ड, 20 साल तक खोजीं गेहूं की किस्में Ludhiana News
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय की साइंटिस्ट डॉ. छुनेजा ने गेहूं के विकास के क्षेत्र में बीस साल से अधिक समय तक काम करके जंगली किस्मों से संबंधित गेहूं की किस्मों की खोज की।
लुधियाना, जेएनएन। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के बायो टेक्नोलॉजी विभाग की डॉ. परवीन छुनेजा को भारतीय अनुसंधान परिषद की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर पंजाब राव देशमुख आउटस्टैंडिंग वुमेन साइंटिस्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया। भारतीय अनुसंधान परिषद के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में डॉ. परवीन को इस अवार्ड से नवाजा गया। डॉ. परवीन को कृषि बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उनके वैज्ञानिक योगदान के लिए दिया गया है।
डॉ. छुनेजा ने गेहूं के विकास के क्षेत्र में बीस साल से अधिक समय तक काम करके जंगली किस्मों से संबंधित गेहूं की किस्मों की खोज की। उन्होंने जंगली गेहूं के उपयोग से कई नई किस्मों के जीन पैदा किए, नतीजतन नई किस्मों का विकास संभव हो पाया। इनमें से पांच जीन ने अपने महत्व के कारण राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई।
इसके अलावा डॉ. छुनेजा ने मारकर की सहायता से चुनाव करके पांच किस्में पैदा की, जिनमें से उन्नत पीबीडब्ल्यू 343 विशेष महत्व वाली किस्म है। उनके 85 से अधिक अनुसंधान पेपर राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय मैग्जीन में प्रकाशित हुए हैं। डॉ. छुनेजा की निगरानी में छह अंतरराष्ट्रीय एवं दस राष्ट्रीय खोज प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इससे पहले भी उनको कई अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें