गुरु नानक देव जी की जीवनी जानने के लिए दूसरे दिन भी उमड़ी संगत

पीएयू के किसान मेला ग्राउंड में हजारों की तादाद में लुधियानवी गुरु नानक देव जी के जीवन से रूबरू होने के लिए पहुंचे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Oct 2019 07:15 AM (IST) Updated:Tue, 15 Oct 2019 06:07 AM (IST)
गुरु नानक देव जी की जीवनी जानने के लिए दूसरे दिन भी उमड़ी संगत
गुरु नानक देव जी की जीवनी जानने के लिए दूसरे दिन भी उमड़ी संगत

जासं, लुधियाना : पीएयू के किसान मेला ग्राउंड में हजारों की तादाद में लुधियानवी गुरु नानक देव जी के जीवन से रूबरू होने के लिए पहुंचे। अब इतना अच्छा मौका मिला तो शायद लुधियानवी इसे नहीं गंवाना चाहते थे। इसी कारण रविवार को लाइट एंड साउंड शो के दूसरे दिन भी लोग उमडे़। बड़ी स्क्रीन पर उन्होंने गुरु नानक देव जी के जीवन से जुड़ी जानकारी और शिक्षाओं को दर्शाया गया। इनके जरिए लोगों को गुरु जी की शिक्षाओं को अपनाकर जिदगी जीने का संदेश दिया गया। गुरु नानक देव जी की बाणी 'ज्ञान ध्यान किछ करम न जाणां सार न जाणां तेरी, सब ते वड्डा सतगुरु नानक जिन कल राखी मेरी' से लोगों को संदेश दिया गया कि इस जग में रहने वाला प्राणी अपने आप में कुछ नहीं है जब तक कि उस पर सतगुरु नानक की कृपा न हो। दर्शक दीर्घा में बैठी संगत पूरे भक्ति भाव के साथ शो को देखती रही। इस शो के दौरान गुरु नानक देव जी की हरिद्वार और मक्का यात्रा का वृतांत दिखाया गया। मक्का में जब गुरु नानक देव जी आराम करने लगे तो वहां मौजूद लोगों ने कह दिया कि इस तरफ पैर न करें, वहां खुदा का घर है। इस पर गुरु नानक देव जी ने उन्हें कह दिया कि वह उनके पैर उस तरफ कर दें, जहां खुदा का घर नहीं है। इस पर वे जहां भी गुरुजी के पैर घुमाते रहे, वहीं उनको खुदा का घर दिखता रहा। फिर गुरु नानक देव जी ने कहा कि इस धरती में हर जगह खुदा है। हर प्राणी में खुदा बसता है इसलिए सब से प्रेम करो। इसी तरह उनकी तरफ से हरिद्वार में सूर्य को अ‌र्घ्य दे रहे व्यक्ति को भी जीवन की वास्तविकता से रूबरू करवाने संबंधी दिखाया गया। डिजीटल शो में भी ली लोगों ने जानकारी

इससे पहले दिन में हजारों की संख्या में लोगों ने डिजीटल शो में भी गुरुजी के जीवन के बारे में जानकारी ली। देर शाम जब भीड़ ज्यादा हुई तो लोगों को लंबी लाइनों में अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा। उत्साहित दिखे लुधियानवियों, ली गुरु जी की शिक्षाओं से सीख पोते-पोतियों को दिखाने के लिए आई

-मैंने तो गुरु नानक देव जी के जीवन से संबंधित बहुत सी पुस्तकों का अध्ययन किया है। मैं पाकिस्तान के करतारपुर जाकर भी नतमस्तक हो चुकी हूं। मैं अपने पोते-पोतियों को लेकर आई हूं ताकि उन्हें भी अपने पुरखों के बारे में पता चल सके।

- रजिदर कौर यह फिल्म देखकर मैं धन्य हो गई

-गुरु नानक देव जी के जीवन से लोगों को जोड़ने का यह अच्छा प्रयास है। स्क्रीन पर फिल्म देख गुरु नानक देव जी को जानने का मौका मिला। मैं अपने आप को धन्य मानती हूं कि इस तरह के कार्यक्रम में हिस्सा लेने का अवसर मिला।

- नवनीत कौर गुरु जी का संदेश, हर जीव में बसता है पारब्रह्म

-गुरु नानक देव जी ने जहां लोगों को यह बोध करवाया कि पृथ्वी पर हर जीव में पारब्रह्म बसता है। शो के दौरान गुरुजी के जीवन से कई ऐसी कहानियां जानने को मिली जो हमनें पहले नहीं सुनी थी।

- हरकमल सिंह यही अरदास, वो समय फिर से आए

-लाइट एंड साउंड शो देख के महसूस हुआ कि हम उस युग को देख रहे हैं जब गुरु नानक देव जी इस धरती पर आए थे। मेरी गुरु नानक देव जी से एक ही अरदास है कि वैसा समय एक बार फिर से आए।

-मनदीप सिंह गुरु जी की शिक्षाएं युवाओं के लिए प्रेरणा

रोहित नारंग व साक्षी नारंग का कहना है कि शो के दौरान जो जो शिक्षाएं देखने को मिली वह सभी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं। समाज में फैली विसंगतियों को दूर करने के लिए युवा वर्ग को ही आगे आने की जरूरत है। प्रशासन का यह बेहतरीन प्रयास है और इससे युवाओं को अपने गुरुओं के बारे में जानने का मौका मिल रहा है।

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