जैसे भी हो, खुद को स्वीकार करने की सीख देती है बाला

अमर कौशिक की निर्देशित फिल्म बाला शुक्रवार रिलीज हो गई। सवा दो घंटे फिल्म कॉमेडी से भरपूर है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 09 Nov 2019 06:05 PM (IST) Updated:Sun, 10 Nov 2019 06:22 AM (IST)
जैसे भी हो, खुद को स्वीकार करने की सीख देती है बाला
जैसे भी हो, खुद को स्वीकार करने की सीख देती है बाला

जागरण संवाददाता, लुधियाना : अमर कौशिक की निर्देशित फिल्म बाला शुक्रवार को रिलीज हो गई। करीब सवा दो घंटे की इस फिल्म में आयुष्मान खुराना, यामी गौतम, भूमि पेडनेकर, जावेद जाफरी, सौरभ शुक्ला ने अभिनय किया है। कॉमेडी और ड्रामा से भरपूर इस फिल्म में यही संदेश मिला है कि आप जैसे भी हो, खुद को स्वीकार करो, किसी के लिए खुद को बदलने की जरूरत नहीं है। फिल्म के बारे में दर्शकों ने अपनी राय भी दी। आयुष्मान का हर फिल्म में निभाया गया किरदार देखने लायक होता है। बाला फिल्म में भी उनका दमदार अभिनय देखने को मिला है। फिल्म देखते वक्त आयुष्मान ने अपने किरदार से सभी को अपनी ओर ही खींचे रखा है।

- गुरविदर, विद्यार्थी मुझे फिल्म की कहानी, उसमें बोले गए हर डायलॉग्स, म्यूजिक सब कुछ ही जबरदस्त लगे हैं। कुल मिलाकर फिल्म अच्छी लगी है। फिल्म में एक संदेश मिला है कि किसी के लिए खुद को बदलने की जरूरत नहीं है।

- नवतेज, विद्यार्थी आयुष्मान खुराना के अलावा फिल्म में लतिका के किरदार में भूमि पेडनेकर और परी के किरदार में यामी गौतम ने भी अच्छा अभिनय निभाया है। एक वास्तिवक सच्चाई फिल्म में देखने को मिली है कि गंजापन हो या फिर बात करें काले रंग की, हर कोई उसका मजाक उड़ाता है पर एक संदेश यह भी मिला है कि जैसे हो, खुद को स्वीकार करना सीखो।

- तरनजीत, विद्यार्थी फिल्म में कॉमेडी के जरिए ही संदेश देखने को मिला है। मुझे फिल्म में सभी किरदारों के साथ-साथ फिल्म का म्यूजिक और डायलॉग्स भी अच्छे लगे हैं।

- राम, विद्यार्थी

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