पीपीसीबी की दो टूक, दरिया में गोबर फेंकना बंद नहीं किया तो बंद की जाएंगी डेयरियां

बुड्ढा दरिया में गोबर गिराकर प्रदूषण फैलाने वाली कुछ डेयरियों पर पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Jul 2020 09:27 PM (IST) Updated:Wed, 22 Jul 2020 03:26 AM (IST)
पीपीसीबी की दो टूक, दरिया में गोबर फेंकना बंद नहीं किया तो बंद की जाएंगी डेयरियां
पीपीसीबी की दो टूक, दरिया में गोबर फेंकना बंद नहीं किया तो बंद की जाएंगी डेयरियां

जागरण संवाददाता, लुधियाना : बुड्ढा दरिया में गोबर गिराकर प्रदूषण फैलाने वाली कुछ डेयरियों पर पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया। लुधियाना केंद्रीय जेल के आगे दरिया के किनारे बनी डेयरियों को पीपीसीबी ने पहले 20 जुलाई तक का समय दिया था और उन्हें गोबर दरिया में न गिराने के आदेश दिए थे। डेडलाइन बीत जाने के बाद भी डेयरी संचालकों ने कोई सुधार नहीं किया। मंगलवार को डेयरी संचालकों की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पीपीसीबी के मेंबर सेक्रेटरी करूणेश गर्ग के पास हुई। जिसमें मेंबर सेक्रेटरी ने डेयरी संचालकों को जमकर लताड़ा। मेंबर सेक्रेटरी ने डेयरी संचालकों को साफ कह दिया कि 30 सितंबर तक या तो गोबर दरिया में फेंकना बंद कर दें या फिर अपनी डेयरियां खुद ही बंद कर लें। एक अक्तूबर को पीपीसीबी सभी डेयरियों को बंद कर देगा।

डेयरी कांप्लेक्स से बाहर बनी अवैध डेयरियों पर अब पीपीसीबी ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी। जेल के आगे बनी यह डेरियां गोबर दरिया में गिरा रही हैं। जिसके खिलाफ पिछले साल से ही शिकायतें पीपीसीबी को दी जा रही थी। यही नहीं टास्क फोर्स के प्रमुख सतगुरु उदय सिंह ने जब दरिया की सफाई शुरू करवाई थी तब भी इन डेयरी वालों ने दरिया में गोबर गिराना बंद नहीं किया। कोई भी दरिया में गोबर नहीं गिरा सकता

पीपीसीबी के मेंबर सेक्रेटरी करूणेश गर्ग ने बताया कि वीडियो कांफ्रेसिग के दौरान उन्हें साफ कह दिया गया है कि गोबर निस्तारण की व्यवस्था करें या फिर इन दो महीनों में अपनी डेयरियां यहां से शिफ्ट कर दें। 30 सितंबर के बाद एक अक्तूबर को अब बिना नोटिस दिए डेयरियां बंद कर दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और एनजीटी की गाइडलाइन के हिसाब से भी कोई भी डेयरी संचालक दरिया में गोबर नहीं गिरा सकता है। डेयरियों में जानवर होने के कारण उन्हें एकदम से सील नहीं किया जा सकता। इसलिए उन्हें अब दो माह का वक्त दिया है। ताजपुर डेयरी कांप्लेक्स व हैबोवाल डेयरी कांप्लेक्स के डेयरी संचालकों के साथ भी जल्द ही बैठक कर उन्हें भी नोटिस दिया जाएगा।

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