चिंता होती है चिता समान : नरेश सोनी

श्री राम शरणम किचलू नगर में साप्ताहिक श्री अमृतवाणी सत्संग में नरेश सोनी (भाई साहिब) ने प्रवचन किए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Nov 2018 07:49 PM (IST) Updated:Sun, 18 Nov 2018 07:49 PM (IST)
चिंता होती है चिता समान : नरेश सोनी
चिंता होती है चिता समान : नरेश सोनी

संस, लुधियाना : श्री राम शरणम किचलू नगर में साप्ताहिक श्री अमृतवाणी सत्संग में नरेश सोनी (भाई साहिब) ने प्रवचन किए। उन्होंने कहा कि श्री स्वामी महाराज का कहना है कि हमें मन नहीं हारना है। परमेश्वर के ऊपर भरोसा रखना है। मनुष्य को समय से पहले और भाग्य से अधिक कभी नहीं मिलता, परंतु उसे प्रभु पर आशा विश्वास और भरोसे को सदैव बनाये रखना है। आशा ही जिंदगी है। उन्होंने आगे कहा कि जहां विश्वास का अभाव होता है, वहा दु:ख व कठिनाइया आनी शुरू हो जाती हैं। इस प्रकार एक बालक अपने माता-पिता पर पूर्ण विश्वास रखता है, उसी प्रकार हमें उस परमेश्वर पर पूर्ण विश्वास रखना है। यह विश्वास रखना है कि जो प्रभु हमारे लिए कर रहा है उसी में हमारी भलाई है। मनुष्य को चिंता से बच कर रहना है। चिंता चिता समान होती है। जो व्यक्ति को अंदर से जलती रहती है। उसे अस्वस्थ कर देती है। इसलिए कैसा भी समय हो हमें सत्संग और गुरु का संग कभी नही छोड़ना है।यह विश्वास रखना है कि रात के बाद दिन और दुख के बाद सुख का समय अवश्य आएगा। उन्होंने कहा कि कार्तिक मास की पूर्णिमा सभा 23 नवंबर को सायंकाल 7 बजे से 8 बजे ग्रीन पार्क में होगी।

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