लोग घरों में रहे लॉक, दवा ब्रिकी 25 फीसद तक डाउन

होलसेल दवा विक्रेताओ की मानें तो दवाओं की सेल में 20 से 25 प्रतिशत तक गिरावट आई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 May 2020 04:15 AM (IST) Updated:Fri, 29 May 2020 07:40 AM (IST)
लोग घरों में रहे लॉक, दवा ब्रिकी 25 फीसद तक डाउन
लोग घरों में रहे लॉक, दवा ब्रिकी 25 फीसद तक डाउन

जागरण संवाददाता, लुधियाना : क‌र्फ्यू और लॉकडाउन के कारण अस्पतालों में आपरेशन स्थगित होने, ओपीडी बंद, कुत्तों के काटने के मामलों में कमी समेत कई कारणों से दवाओं की बिक्री पर दो महीने के दौरान काफी असर पड़ा। होलसेल दवा विक्रेताओ की मानें तो दवाओं की सेल में 20 से 25 प्रतिशत तक गिरावट आई। लुधियाना डिस्ट्रिक्ट केमिस्ट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट जीएस चावला के अनुसार इस साल लॉकडाउन के दौरान करीब 70 से 75 करोड़ का कारोबार हुआ, जबकि पिछले साल दो महीनों में 90 से 95 करोड़ से अधिक का कारोबार हो जाता था। सबसे ज्यादा असर एंटी बायोटिक और मल्टी विटामिन की सेल पर पड़ा जो 60 प्रतिशत तक गिर गई।

इसके अलावा मार्च से मई के दौरान डॉग बाइट के काफी केस आने से एंटी रेबीज इंजेक्शन की काफी सेल थी, लेकिन लॉकडाउन से कुत्तों के काटने के मामले न आने से इनकी सेल भी घट गई। चावला कहते हैं कि पिछले साल मार्च, अप्रैल व मई में पिडी गली होलसेल मार्केट में जहां प्रतिदिन चार से पांच करोड़ की दवा बिक्री जाती थी। वहीं अब यह करीब तीन करोड़ के आसपास रह गई।

पिंडी गली कई जिलों तक पहुंचाती है दवा

पिडी गली में 400 के करीब दवा की होलसेल दुकानें है। यहां पर जिले के रिटेल दवा विक्रेताओं के अलावा पटियाला, जालंधर, बठिडा, मोगा, होशियारपुर सहित अन्य जिलों से दवा विक्रेता दवा खरीदने के लिए आते हैं। चावला का कहना है कि क‌र्फ्यू में थोड़ी ढील से उम्मीद है कि दवा कारोबार बढ़े।

आम बीमारियों के केस घटने से भी पड़ा असर

होलसेल केमिस्ट एसोसिएशन लुधियाना के प्रेसिडेंट लवली डावर के अनुसार लॉकडाउन होने से कई प्रकार की आम बीमारियों पर ब्रेक लग गई थी। इसके कारण भी दवा ब्रिकी पर असर पड़ा। सामान्य दिनों में ज्यादातर लोगों में परेशानी बुखार, गला दर्द, सिरदर्द या पेट में दर्द की आती थी, लेकिन क‌र्फ्यू में ऐसे केस नाममात्र ही आए जिससे दवाइयों के कारोबार पर गहरा प्रभाव पड़ा। जबकि डायरिया जैसी बीमारी के मामलों की संख्या भी काफी रही। उन्होंने बताया कि पेट व डायरिया की बीमारी से राहत पाने के लिए इन महीनों में इस दवा की सेल काफी होती है।

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