फतेहगढ़ साहिब के माता श्री चक्रेश्वरी मंदिर में पूरी होती है पुत्र रत्न की मनोकामना, जानें इसकी और खूबियां

फतेहगढ़ साहिब स्थित माता श्री चक्रेश्वरी देवी मंदिर की प्रबंधक कमेटी सही मायने में भगवान महावीर की शिक्षाओं का अनुसरण कर रही है। यह मंदिर श्री चक्रेश्वरी देवी जैन मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। यहां भारत के कोने-कोने से जैन श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 11:50 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 11:50 AM (IST)
फतेहगढ़ साहिब के माता श्री चक्रेश्वरी मंदिर में पूरी होती है पुत्र रत्न की मनोकामना, जानें इसकी और खूबियां
फतेहगढ़ साहिब स्थित माता श्री चक्रेश्वरी देवी मंदिर। जागरण

फतेहगढ़ साहिब [धरमिंदर सिंह]। फतेहगढ़ साहिब स्थित खंडेलवाल जैनियों की कुल देवी माता श्री चक्रेश्वरी देवी मंदिर की प्रबंधक कमेटी सही मायने में भगवान महावीर की शिक्षाओं का अनुसरण कर रही है। यह मंदिर श्री चक्रेश्वरी देवी जैन मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। यहां भारत के कोने-कोने से जैन श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूरी होने पर और बच्चों के मुंडन व नामकरण आदि के लिए यहां पहुंचते हैं। जैन समुदाय में मान्यता है कि जो कोई भी माता के दरबार में सच्चे मन से पुत्र प्राप्ति की कामना करता है, मां उसकी कामना अवश्य पूरी करती है। इसलिए मंदिर पुत्र रत्न प्राप्ति के नाम से भी जाना जाता है।

प्रबंधक कमेटी की तरफ से मंदिर के चढ़ावे से अकेले धार्मिक क्षेत्र में ही कार्य नहीं किए जा रहे, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य व समाज के अन्य क्षेत्रों में भी अपना योगदान दिया जा रहा है। समाज सेवा में कमेटी बिना किसी जाति, धर्म भेदभाव के जरूरतमंदों की हरसंभव मदद करते हुए सामाजिक व धार्मिक एकता की मिसाल भी बनी हुई है। शिक्षा के प्रसार में योगदान के लिए मंदिर कमेटी ने इलाके के नौ सरकारी एलीमेंटरी स्कूलों को गोद ले रखा है। इन स्कूलों में सत्र शुरू होने से पहले स्कूल मुखियों से जरूरत के सामान की सूची ली जाती है।

स्कूलों में किताबों, कापियों, स्टेशनरी, वाटर कूलर, बैठने के लिए बेंचों व कुर्सियों के अलावा जो भी जरूरत होती है, वह कमेटी की तरफ से पूरी की जाती है। कमेटी के समाज सेवी कार्यों को देखते हुए मंदिर आस्था के साथ साथ उम्मीद का केंद्र भी बना हुआ है।

नौ सरकारी स्कूलों को लिया गोद

मंदिर कमेटी ने गांव मंडोफल व महदियां के दो-दो स्कूल, सरहिंद मंडी, शेरपुर, तलानिया और अत्तेवाली में सरकारी एलिमेंटरी स्कूलों समेत कुल नौ स्कूल गोद लिए हुए हैं। अब तक इन स्कूलों में लाखों रुपये का सामान जरूरत मुताबिक दिया जा चुका है। इसके अलावा सरकारी सीसे स्कूल (कन्या) की तीन मेधावी छात्रओं को हर महीने एक हजार रुपये प्रति छात्र वजीफा दिया जाता है। 500 के करीब निश्शुल्क मेडिकल चेकअप शिविर अब तक कमेटी की तरफ से लगाए जा चुके हैं।

भगवान महावीर ने दिया अहिंसा का संदेश

भगवान महावीर ने दूसरे के दुख दूर करने की धर्मवृत्ति को अहिंसा धर्म कहा है। सारे भेद मिटें, अंतर हट जाएं, इस उद्देश्य से धर्म प्रचार के साथ सामाजिक कार्यों में भी लगन रखते हैं।

-स्वतंत्र कुमार जैन, अध्यक्ष

भगवान महावीर की शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए हमारी कमेटी दूसरों को सुख व खुशियां देने के लिए हरसंभव मदद कर रही है।

-प्रदीप जैन, महासचिव

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