कैप्टन सरकार एससी छात्रों के भविष्य से कर रही खिलवाड़ : माणुके
साल भर से ज्यादा समय से अनुसूचित जाति छात्रों को छात्रवृति नहीं मिलने के कारण छात्रों को हो रही परेशानी पर आम आदमी पार्टी ने कैप्टन सरकार की आलोचना की है।
जेएनएन, दोराहा, लुधियाना : साल भर से ज्यादा समय से अनुसूचित जाति छात्रों को छात्रवृति नहीं मिलने के कारण छात्रों को हो रही परेशानी पर आम आदमी पार्टी ने कैप्टन सरकार की आलोचना की है। पार्टी नेता और विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष सर्वजीत कौर माणुके ने वीरवार को कहा कि पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति नहीं मिलने के कारण पंजाब के 50 हजार से ज्यादा गरीब छात्र एक साल से ज्यादा समय से परेशानी में हैं। छात्रवृति नहीं मिलने के कारण उनकी डिग्री रुकी हुई है। इसके कारण सिर्फ विद्यार्थी ही नहीं कालेजों का भी हाल खराब हो गया है। स्कालरशिप फंड नहीं मिलने के कारण 1600 से ज्यादा कालेजों का अस्तित्व संकट में पड़ा हुआ है। कालेजों की आर्थिक हालत खराब हो गई है, जिसके कारण बहुत सारे कालेज बंद होने के कगार पर हैं। माणुके दोराहा में संवाददाताओं से बातचीत कर रही थी।
आप नेता ने कहा कि कैप्टन सरकार गरीब बच्चों को मदद करने के बजाय उनके पैसों का घपला कर रही है। पूरे पंजाब ने देखा कि कैप्टन सरकार के समाज कल्यान मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने कैसे गरीब बच्चों के कल्याण के पैसे में घपला किया और उनका पैसा खा गए। विपक्ष और मीडिया के दबाव में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति फंड के वितरण के मुद्दे को हल करने के लिए एक कमेटी बनाई। इस दौरान घोषणा की गई थी कि कमेटी तीन दिनों में इस मसले को सुलझा लेगी। लेकिन एक महीने से ज्यादा समय बीत गया है, पर कमेटी ने अभी तक कुछ नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि जब आम आदमी पार्टी के विधायकों ने इसके खिलाफ वित्त मंत्री मनप्रीत बादल के आवास के सामने प्रदर्शन किया, तो उन्होंने उस समय वादा किया था कि वे जल्द ही पोस्ट-मैट्रिक स्कालरशिप के मुद्दे का हल करेंगे। लेकिन वे भी कैप्टन की तरह ही वादा करके सो गए। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिदर द्वारा शुरू की गई नई पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना ने दलित छात्रों को कोई लाभ नहीं पहुंचाया है। वास्तव में कैप्टन अमरिदर सिंह को राज्य के गरीब बच्चों की कोई परवाह नहीं है। उन्होंने वोट लेने के लिए युवाओं से झूठ बोला और उनका भविष्य खतरे में डाल दिया। राज्य के सीएम होने के नाते उनका फर्ज बनता है कि वे अपने राज्य के गरीब छात्रों की भलाई के लिए जरुरी कदम उठाएं। लेकिन बहुत दुख की बात है कैप्टन को गरीब दलित छात्रों की समस्याओं की कोई चिन्ता नहीं है। उन्होंने कहा कि आगामी बजट सत्र में आम आदमी पार्टी विधानसभा में एससी-एसटी पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति के मुद्दे को उठाएगी और कैप्टन सरकार को इस पर कार्रवाई करने के लिए मजबूर करेगी।