किसानों की परेशानी बनी मौसम की रुसवाई

पिछले दो दिनों से रूक-रूक हो रही बारिश ने किसानों के पसीने छुड़ा दिए है। मंगलवार रात से लगातार हुई रूक-रूक बारिश से परेशान खेतों दिन भर अपनी बेटों की तरह पाली गेंहू की फसल को देख रहे है कि कुदरत भी क्या रंग दिखाती है क्योंकि जिस फसल को पिछले छह महीने से बेटों की तरह पाल कर सांभ संभाल की अब जब उस फसल को काट कर कमाई करनी थी तब मौसम की मार ने किसानों की तैयार पकी फसल को पूरी तरह भिगो दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Apr 2019 07:35 PM (IST) Updated:Wed, 17 Apr 2019 07:35 PM (IST)
किसानों की परेशानी बनी मौसम की रुसवाई
किसानों की परेशानी बनी मौसम की रुसवाई

जागरण संवाददाता, जगराओ : गत दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने किसानों के पसीने छुड़ा दिए हैं। बारिश से परेशान किसान कभी खराब हो रही गेहूं की  फसल को तो कभी आसमान की तरफ देख कर कुदरत को कोस रहे हैं। किसानों का कहना है कि अब इस बारिश से भीगी फसल को सूखने में चार-पांच दिन लग जाएंगे। अगर मौसम साफ हुआ तो। गांव चक्र के किसान बूटा सिंह चक्र का कहना है कि अब इस बेमौसमी बारिश ने गेहू की फसल को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि इस बेमौसमी बारिश से किसानों की मानसिक परेशानी बढ़ा दी  है। अब गेहूं की फसल को काटने में वक्त लगेगा और यदि और एक-दो दिन बारिश हुई तो फसल के दाने भी गिर सकते हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि हर सीजन में किसानों को कुदरत की मार झेलनी पड़ती है और अब सरकार को जिन किसानों की फसल प्रभावित होगी उनकी आर्थिक मदद जरूर करनी चाहिए। गांव अगवाड़ लोपो के किसान मृगराज सिंह ने बारिश के दौरान अपने खेतों में गिरी गेहूं की फसल को देख भावुक होते कहा कि जब कमाई का वक्त आया तो कुदरत देरी कर रहा है। उन्होंने कहा कि बारिश से गेहूं में नमी की मात्रा अधिक होने के कारण बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। जिला खेतीबाड़ी अफसर डॉ. बलदेव सिंह नाथ ने कहा कि इन दिनों पड़ रही बारिश किसानों के लिए परेशानी का कारक है। उन्होंने कहा कि अगर तेज बारिश व तेज हवाएं और चली तो नुकसान बहुत होने की संभावना है। कुदरत का कहर झेल रहे किसानों ने रब से प्रार्थना की है कि बारिश बंद कर दें।

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